नई दिल्ली। पूर्वोत्तर में भारत और चीन सीमा पर सुरक्षा बढ़ाई जाएगी। सीमा पर सुरक्षा मजबूत करने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस यानी आईटीबीपी की चार नई बटालियन को पूर्वोत्तर में में तैनात किया जाएगा। इन्हें 47 नई चौकियों पर भेजा जाएगा। सबसे ज्यादा अरुणाचल प्रदेश की 34 पोस्ट पर इनकी तैनाती होगी। ध्यान रहे अरुणाचल प्रदेश पर चीन दावा करता रहता है और कुछ समय पहले उसने राज्य के कई इलाकों के नाम बदल कर उनके तिब्बती और मैंडेरिन नाम रख दिए थे।
बहरहाल, केंद्र सरकार ने फरवरी में ही सात नई बटालियन और बॉर्डर बेस बनाने की मंजूरी दी थी, जिससे आईटीबीपी फोर्स में 94 सौ कर्मियों की बढ़ोतरी हुई है। इन सात में से चार तैनाती के लिए तैयार हैं। बाकी तीन बटालियन को 2025 तक तैयार कर लिया जाएगा। गौरतलब है कि पिछले दिनों दोनों देशों के बीच सीमा विवाद पर दौलत बेग ओल्डी और चुशूल एरिया में मेजर जनरल स्तर की चर्चा हुई थी। उससे पहले चार महीने के अंतराल पर दोनों देशों के बीच कोर कमांडरों की बैठक भी हुई थी।
बताया जा रहा है कि नए सैनिकों को देश की उत्तरी सीमा पर 47 नए बॉर्डर आउट पोस्ट्स और एक दर्जन स्टेजिंग कैंपों पर तैनात किया जाएगा। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से 34 पोस्ट अरुणाचल प्रदेश में हैं, जहां इलाका बेहद मुश्किलों भरा है। गौरतलब है कि 22 से 24 सितंबर के बीच दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग के मिलने की संभावना है तो अगले महीने नौ-दस सितंबर को चीन के राष्ट्रपति जी-20 सम्मेलन के लिए भारत आने वाले हैं।