तेल अवीव। हमास के साथ चल रही जंग में इजराइल ने हमला तेज कर दिया है। उसने गाजा पट्टी के लोगों से पूरा इलाका खाली करने को कहा है साथ ही यह भी कहा है कि जब तक इजराइल के बंधकों को हमास के लड़ाके नहीं छोड़ेंगे तब तक गाजा में बिजली, पानी और खाने-पीने की चीजों की आपूर्ति बहाल नहीं होगी। इस बीच सीरिया का दावा है कि इजराइल ने उसकी राजधानी दमिश्क और अलेप्पो पर मिसाइल हमला किया है। बताया जा रहा है कि दमिश्क पर इजराइली हमले की वजह से ईरान के विदेश मंत्री का विमान वहां नहीं उतर सका। उनको रास्ते से ही वापस लौटना पड़ा।
इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन इजराइल पहुंचे। उन्होंने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की और इजराइल के प्रति अमेरिका का समर्थन दोहराया। इससे पहले राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी कहा था कि अमेरिका इस जंग में इजराइल को हरसंभव मदद देगा। अमेरिकी विदेश मंत्री की इजराइल यात्रा से एक दिन पहले ही बुधवार को अमेरिकी हथियारों और गोला-बारूद से भरा जहाज इजराइल पहुंचा था।
बहरहाल, इजराइल पर हमास ने सात अक्टूबर को हमला किया था। उसके बाद छठे दिन गुरुवार को हमले का दायरा बढ़ गया है। बताया जा रहा है कि इजरायल ने गुरुवार को सीरिया में ईरान समर्थित हमास के ठिकानों पर हवाई हमले किए। ये हमले दमिश्क और अलेप्पो हवाईअड्डे के करीब हुए। बताया जा रहा है कि ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन गुरुवार को दमिश्क एयरपोर्ट पर उतरने वाले थे। इसी दौरान इजरायल ने हवाई हमला किया। हमले के बाद ईरान के विदेश मंत्री बीच रास्ते से ही अपने देश लौट गए। सीरिया के दोनों शहरों में हवाईअड्डे बंद कर दिए जाने की खबर है।
इस बीच इजराइल ने लोगों को गाजा पट्टी खाली करने को कहा है। सेना ने आसमान से पर्चे गिराए हैं। इन पर लिखा है- हमास के हमलों की वजह से इजराइली सेना जवाब दे रही है। जिन इमारतों पर हमास काम कर रहा है, उन्हें तबाह कर दिया जाएगा। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को हमास को जड़ से मिटा देने की कसम खाई। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से कहा कि वो हमास के साथ इस्लामिक स्टेट की तरह बरताव करें। गौरतलब है कि छह दिन की जंग में चार हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
गौरतलब है कि इजराइल ने नौ अक्टूबर को गाजा पट्टी में बिजली, पानी और खाने-पीने की चीजों की आपूर्ति बंद कर दी है और घेराबंदी करके लगातार हमले कर रहा है। अलजजीरा ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि गाजा में फिलस्तीनी शरणार्थियों के लिए काम कर रही संयुक्त राष्ट्र की रिलीफ एंड वर्क एजेंसी के पास बहुत कम मात्रा में खाना और पानी बचा है। अगर घेराबंदी खत्म नही होती है तो लाखों लोगों के भूखों मरने की नौबत आ जाएगी। उधर अंतरराष्ट्रीय संगठन रेड क्रॉस ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजराइली नागरिकों को लेकर चिंता जाहिर की है। हमास ने डेढ़ सौ लोगों को बंधक बनाकर रखा है। इसमें कुछ विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। इजराइल ने कहा है कि जब तक इन बंधकों को रिहा नहीं किया जाएगा तब तक गाजा की घेराबंदी खत्म नहीं होगी।