नई दिल्ली। इस साल जुलाई का महीना मानवता के इतिहास का सबसे गर्म महीना साबित हुआ है। जुलाई महीने की गर्मी ने 10 या 20 साल का रिकॉर्ड नहीं तोड़ा है, बल्कि लाखों साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। जलवायु परिवर्तन का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि जुलाई 2023 मानव इतिहास का सबसे गर्म महीना है। यह भी बताया गया है कि लगातार तापमान बढ़ने से तीन महादेशों- उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया हीटवेव की चपेट में हैं। कई क्षेत्रों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से ऊपर गया है तो पूरी धरती का औसत तापमान भी इसी महीने 17 डिग्री पहुंच गया।
यूरोपीय संघ की कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस और वर्ल्ड मीटियरोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन, डब्लुएमओ ने एक रिपोर्ट में कहा- जुलाई के शुरुआती तीन हफ्तों में गर्मी के कई रिकॉर्ड टूटे। कई देशों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा पहुंच गया। वैज्ञानिकों का कहना है कि एक लाख 20 हजार साल में पहली बार इतनी गर्मी हुई है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटारेस ने कहा है- ग्लोबल वॉर्मिंग का युग खत्म हो गया है। अब ग्लोबल बॉयलिंग का युग आ गया है। क्लाइमेट चेंज आ गया है। ये बेहद खतरनाक है। हालांकि उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि ये सिर्फ शुरुआत है और इसे काबू किया जा सकता है। गुटारेस ने कहा- हम वैश्विक तापमान को बढ़ने से रोक सकते हैं। लेकिन इसके लिए हमें फौरन कदम उठाने पड़ेंगे।
बहरहाल, जुलाई के महीने में सबसे ज्यादा तापमान 17 जुलाई को चीन के शिनजियांग के सानबाओ में दर्ज किया गया। वहां तापमान 52 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले सबसे ज्यादा तापमान 2015 में आयडिंग में दर्ज किया गया था। तब पारा 50.3 डिग्री सेल्सियस हो गया था। खबरों के मुताबिक, जुलाई के शुरुआती 23 दिनों में औसत वैश्विक तापमान 16.95 डिग्री सेल्सियस रहा, जो जुलाई 2019 में दर्ज किए गए तापमान 16.63 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा है। अमेरिका के नेशनल सेंटर्स फॉर एनवायर्नमेंटल प्रिडिक्शन के मुताबिक, तीन जुलाई अब तक का सबसे गर्म दिन था। उस दिन औसत वैश्विक तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया, जो अगस्त 2016 में दर्ज किए गए अब तक के सबसे गर्म दिन के तापमान 16.92 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा था।