नई दिल्ली। कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर के मारे जाने के बाद भारत और कनाडा के संबंधों में आए तनाव के बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने आतंकवादियों और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की संपत्ति जब्त करने के बाद एजेंसी ने सात राज्यों में 50 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की है। एनआईए ने खालिस्तानी आतंकवादी व अलगाववादियों के साथ गैंगेस्टर और ड्रग्स तस्करों के गठजोड़ को निशाना बनाया है।
एनआईए ने बुधवार को सात राज्यों में 50 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की और कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है। एजेंसी ने भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद भी बरामद किया है। बुधवार तड़के राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली व एनसीआर और उत्तराखंड में 50 से ज्यादा जगहों पर एक साथ छापेमारी शुरू की। ये कार्रवाई खालिस्तानी आतंकवादियों और गैंगस्टरों के गठजोड़ को ध्वस्त करने के लिए हुई है।
गौरतलब है कि एनआईए ने अगस्त 2022 से लेकर गैंगेस्टरों और खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून यानी यूएपीए के तहत पांच केस दर्ज किए गए थे। इसमें अर्शदीप डल्ला और लारेंस बिश्नोई, देवेंद्र बम्बिहा सहित कई लोगों के नाम हैं। बताया जा रहा है कि एनआईए की कार्रवाई अर्शदीप के संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स को लेकर भी है। अर्शदीप के करीबी हैरी मौर, गुरप्रीत सिंह गुरी और गुरमैल सिंह के ठिकानों करवाई हुई है।
बताया जा रहा है कि संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई, पाकिस्तान, कनाडा और पुर्तगाल में बैठे खालिस्तानी और गैंगेस्टर भारत में ओवर ग्राउंड वर्कर को हवाला चैनल से ड्रग्स और हथियार के लिए फंडिंग कर रहे हैं। एनआईए का मानना है कि भारतीय जेलों में बंद गैंगेस्टर और उनके गुर्गे खालिस्तानियों के लिए टारगेट किलिंग कर रहे हैं। बहरहाल, फिरोजपुर में एनआईए ने आतंकवादी अर्शदीप डल्ला के एक गुर्गे जोनस उर्फ जोरा सिंह को हिरासत में लिया है।