नई दिल्ली। लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर देश के ज्वलंत मुद्दों को नजरंदाज करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी देश में नफरत और घृणा को बढ़ावा दे रही है, मणिपुर जल रहा है और प्रधानमंत्री चुप हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मणिपुर की स्थिति को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया और आरोप लगाया कि पूर्वोत्तर के इस राज्य में ‘भारत माता’ की हत्या की गई है और ऐसा करने वाले लोग ‘देशद्रोही’ हैं।
उन्होंने लोकसभा में सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मणिपुर का दौरा नहीं करने को लेकर उन पर निशाना साधा और दावा किया कि प्रधानमंत्री इस राज्य को हिंदुस्तान (का हिस्सा) नहीं समझते।उन्होने आरोप लगाया कि पूर्वोत्तर के इस राज्य में ‘भारत माता’ की हत्या की गई है और ऐसा करने वाले लोग ‘देशद्रोही’ हैं।उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आज की सच्चाई है कि मणिपुर को आपने बांट दिया है, तोड़ दिया है।’’
सत्तापक्ष के सदस्यों की टोकाटोकी के बीच कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि भारत एक आवाज है और अगर इस आवाज को सुनना है तो अहंकार और नफरत को त्यागना होगा। उन्होंने लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद सदन में यह वक्तव्य दिया और सदस्यता बहाल करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष का आभार व्यक्त किया।
वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए 1984 के सिख विरोधी दंगों और कश्मीर में अशांति एवं कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार का मुद्दा उठाया और कहा कि ‘‘कांग्रेस का इतिहास खून से सना है’’ और विपक्ष को महिला सुरक्षा, गरीब कल्याण, नौजवानों के हितों एवं देश के विकास से कोई सरोकार नहीं है।