नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के शासन वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों की एक अहम बैठक शनिवार को दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बैठक में शामिल हुए। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ साथ सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी बैठक में मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि कई राज्यों में पार्टी की गुटबाजी और अगले कुछ दिन में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर इस बैठक में चर्चा हुई।
बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उप मुख्यमंत्री, केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक मौजूद थे। गौरतलब है कि सबसे ज्यादा राजनीतिक हलचल उत्तर प्रदेश में मची है। बताया जा रहा है कि बैठक में प्रधानमंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों को एक साथ मिल कर काम करने को कहा। इस बैठक से पहले उत्तर प्रदेश को लेकर बड़ा फैसला होने की बात कही जा रही थी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
गौरतलब है कि अगले तीन महीने में चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। सो, जम्मू कश्मीर, महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड को लेकर खासतौर पर इस बैठक में चर्चा होने की खबर है। लोकसभा चुनाव के बाद यह पहली बड़ी बैठक थी, जिसमें भाजपा के सभी मुख्यमंत्री मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपनी सरकार के कामकाज के बारे में भी जानकारी दी। पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री को एक फॉर्मेट दिए जाने की खबर है, जिसमें उनसे अपने कार्यकाल की उपलब्धियां बताने को कहा गया था।
दीनदयाल उपाध्याय रोड पर स्थित भाजपा के मुख्यालय में हुई इस बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक शामिल हुए। उनके अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, राजस्थान के भजनलाल शर्मा, छत्तीसगढ़ के विष्णु देव साय, हरियाणा के नायब सिंह सैनी, गुजरात के भूपेंद्र पटेल, उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी, असम के हिमंत बिस्व सरमा, अरुणाचल प्रदेश के पेमा खांडू, मणिपुर के एन बिरेन सिंह, ओडिशा के मोहन चरण माझी और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा शामिल हुए। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के साथ बिहार के दो उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा भी बैठक में शामिल हुए।