नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि सच की जीत हुई है। सर्वोच्च अदालत का फैसला आने के बाद राहुल गांधी ने साथ देने के लिए सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया और प्रेस कांफ्रेंस में कहा- सच की हमेशा जीत होती है। आज नहीं तो कल सच्चाई की जीत होती है। मुझे अपना लक्ष्य पता है, मैं जानता हूं मुझे क्या करना है। राहुल ने आगे कहा- जिन्होंने हमारी मदद की और जनता ने जो प्यार और समर्थन दिया, उसके लिए सभी का धन्यवाद। राहुल ने एक ट्विट भी किया था, जिसमें कहा- चाहे कुछ भी हो, मेरा कर्तव्य वही रहेगा। भारत के विचार की रक्षा करना।
प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- ये केवल राहुल गांधी नहीं आम लोगों की जीत है। एक व्यक्ति जो सच्चाई के लिए और देश हित के लिए लड़ता है। मंहगाई, बेरोजगारी के खिलाफ लड़ता है, भारत जोड़ो यात्रा में मिले लोगों की, सबकी दुआ से ये जीत मिली है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राहुल की लोकसभा सदस्यता बहाल होने के मामले में खड़गे ने कहा- राहुल गांधी को हटाने के लिए 24 घंटे में सब कुछ हुआ। अब देखना है कि उनकी दोबारा सांसदी कब बहाल होती है। उन्होंने कहा- रात में रिइंसटेट करते हैं या अभी करते हैं, हम इसका इंतजार करते हैं।
गौरतलब है कि सूरत की अदालत का फैसला आने के तुरंत बाद लोकसभा सचिवालय ने उनकी सदस्यता बहाल कर दी थी। इसी का हवाला देते हुए खड़गे ने कहा कि कांग्रेस को इंतजार है कि राहुल की सदस्यता कितने समय में बहाल होती है। गौरतलब है कि लक्षद्वीप के सांसद की सजा पर रोक लगने के कई दिन बाद तक उनकी सदस्यता बहाल नहीं हुई थी और उनको सुप्रीम कोर्ट का रुख करना पड़ा था। बहरहाल, अगर अगले दो दिन में उनकी सदस्यता बहाल हो जाती है तो वे सोमवार से मानसून सत्र में हिस्सा ले सकेंगे और नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भी हिस्सा ले सकते हैं।
बहरहाल, कोर्ट का लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा- हमने स्पीकर से मुलाकात की है। मैंने उनसे कहा कि जिस गति से राहुल गांधी को अयोग्य ठहराया गया उसी गति से उन्हें दोबारा लोकसभा में लाना चाहिए। इसपर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के जो कागजात हैं, जल्दी हमारे हवाले कीजिए। बाकी हम देखते हैं क्या करना है। अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा- हम चाहते हैं कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से पहले राहुल गांधी सदन में आ जाएं। जितनी जल्दी हो सके हम सुप्रीम कोर्ट के कागजात लोकसभा स्पीकर को देंगे।