मुंबई। विपक्षी पार्टियों के गठबंधन ‘इंडिया’ की गाड़ी आखिरकार तीसरी मीटिंग में कुछ आगे बढ़ी। हालांकि सीटों के बंटवारे के बारे में मुंबई की मीटिंग में भी चर्चा नहीं हुई लेकिन 14 सदस्यों की एक समन्वय समिति बन गई और मीटिंग में शामिल 28 पार्टियों के नेताओं ने आम सहमति से एक प्रस्ताव पास करके कहा कि वे अगला लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगे। यह बहुत अहम प्रस्ताव है कि 28 विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने साथ मिल कर भाजपा के खिलाफ लड़ने का ऐलान किया है।
मुंबई में 31 अगस्त और एक सितंबर को हुई बैठक में तय हुआ कि इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस यानी ‘इंडिया’ ‘जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया’ की थीम पर चुनाव लड़ेगा। बैठक के बाद मीडिया के साथ बातचीत के दौरान सभी नेताओं ने एक स्वर में कहा कि वे साथ मिल कर लड़ेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, जदयू के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद प्रमुख लालू प्रसाद, आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल सबने साथ मिल कर लड़ने और भाजपा को हराने का संकल्प जाहिर किया।
विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने आम राय से जो समन्वय समिति बनाई है उसमें एनसीपी प्रमुख शरद पवार सबसे वरिष्ठ और अनुभवी सदस्य हैं। उनके अलावा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और जम्मू कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला व मेहबूबा मुफ्ती को शामिल किया गया है। डीएमके की तरफ से टीआर बालू, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा, शिव सेना उद्धव ठाकरे गुट के संजय राउत, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, समाजवादी पार्टी के जावेद अली खान, जदयू के ललन सिंह, सीपीआई के डी राजा, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी इस समिति के सदस्य होंगे। सीपीएम की ओर से बाद में नाम दिया जाएगा।
विपक्षी पार्टियों की तीसरी बैठक में एक प्रस्ताव पास किया गया। इसमें कहा गया- हम ‘इंडिया’ के सदस्य लोकसभा चुनाव जहां तक संभव हो मिलकर लड़ने का संकल्प लेते हैं। राज्यों में सीट-बंटवारे की व्यवस्था तुरंत शुरू होगी और लेन-देन की भावना के साथ जल्द समाप्त की जाएगी। राजद नेता लालू प्रसाद ने कहा कि अगर कुछ नुकसान उठाना पड़ा तब भी नुकसान उठा कर सीटों का बंटवारा करेंगे। राहुल गांधी ने भी कहा कि इसमें दिक्कत नहीं आएगी। विपक्षी पार्टियों ने देश भर में साझा रैली करने का भी फैसला किया।
हालांकि विपक्षी पार्टियों की बैठक में ‘इंडिया’ का संयोजक नहीं चुना जा सका। बताया जा रहा है कि अगली बैठक में संयोजक का नाम होगा। गठबंधन का लोगो और थीम सॉन्ग जारी करने का फैसला भी टाल दिया गया। पहले कहा जा रहा था कि नई दिल्ली में एक सचिवालय बनाया जाएगा लेकिन उस बारे में भी फैसला नहीं हो सका।