नई दिल्ली। विपक्षी पार्टियों की ओर से अपनी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी पार्टियों को निशाना बनाया। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियों में आपस में ही विश्वास नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि असल में विपक्षी पार्टियां अपना विश्वास चेक करने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाई हैं। मंगलवार को एनडीए की बैठक में कांग्रेस को निशाना बनाते हुए मोदी ने यह भी कहा कि भाजपा ने कभी विपक्ष में रहते सरकार पर हमले के लिए विदेशी मदद नहीं ली।
प्रधानमंत्री ने विपक्ष को निशाना बनाते हुए कहा- ये साथ तो आ सकते हैं, पास नहीं। केरल में लेफ्ट और कांग्रेस एक-दूसरे के खून के प्यासे हैं, लेकिन बेंगलुरु में हाथ पकड़कर हंस रहे हैं। बंगाल में लेफ्ट और तृणमूल कांग्रेस लड़ रहे हैं, लेकिन बेंगलुरु में साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा- जनता जानती है ये मिशन नहीं मजबूरियां है। इन्हें अपने कार्यकर्ताओं की भी चिंता नहीं। मोदी ने कांग्रेस को निशाना बनाते हुए कहा कि कांग्रेस ने 90 के दशक में देश में अस्थिरता लाने के लिए गठबंधनों का इस्तेमाल किया, सरकारें बनाईं और सरकारें बिगाड़ीं। उन्होंने दावा किया कि एनडीए ने कभी ऐसा नहीं किया।
एनडीए का मतलब समझाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- एनडीए एन का मतलब न्यू इंडिया है, डी का मतलब डेवलप्ड नेशन यानी विकसित राष्ट्र ओर एक का अर्थ है एस्पिरेशन यानी लोगों की आकांक्षा। उन्होंने दावा किया कि आज युवा, महिलाएं, मध्यम वर्ग, दलित और वंचितों को एनडीए पर भरोसा है। मोदी ने कहा- हमारा संकल्प पॉजिटिव है, एजेंडा पॉजिटिव है, रास्ता भी पॉजिटिव है। सरकारें बहुमत से बनती हैं, सबके साथ से चलती हैं। देश में राजनीतिक गठबंधन का पुराना इतिहास है, लेकिन नकारात्मक विचार से बने गठबंधन सफल नहीं हुए।