नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने अभी संसद के विशेष सत्र का एजेंडा नहीं बताया है लेकिन कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्षी पार्टियों की ओर से सत्र का एक एजेंडा पेश किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है, जिसमें कई विषयों पर चर्चा कराने की मांग की है। गौरतलब है कि संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर से शुरू होगा उससे पहले छह सितंबर को सोनिया ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिख कर नौ विषयों पर चर्चा कराने की मांग की है।
इससे पहले पांच सितंबर को सोनिया गांधी का आवास 10, जनपथ पर कांग्रेस की संसदीय रणनीति ग्रुप की एक बैठक हुई थी, जिसमें विशेष सत्र की रणनीति के बारे में बातचीत हुई थी। उसी में तय हुआ था कि सोनिया गांधी प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखेंगी। बैठक के एक दिन बाद बुधवार को उन्होंने चिट्ठी लिख कर कहा कि कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियां चाहती है सरकार महंगाई, भारत-चीन सीमा विवाद और मणिपुर जैसे गंभीर मामलों पर चर्चा करे।
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्ष के गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल 24 पार्टियों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह चिट्ठी भेजी है। इससे एक दिन पहले मंगलवार को ही ‘इंडिया’ में शामिल लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की एक बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर हुई थी। इस बैठक में भी संसद में उठाए जाने वाले मुद्दों और फ्लोर कोऑर्डिनेशन के बारे में बातचीत हुई। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल 28 पार्टियों में से 24 पार्टियां 18 सितंबर से शुरू हो रहे संसद के विशेष सत्र में शामिल होंगी। बाकी चार पार्टियों का कोई सांसद नहीं है।
बहरहाल, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी में नौ मुद्दों पर चर्चा की मांग की है। उन्होंने कहा है- देश की आर्थिक स्थिति, किसान संगठनों के साथ समझौते, जातीय जनगणना कराने की मांग, संघीय ढांचे पर हमले, प्राकृतिक आपदा के प्रभाव, चीन के साथ सीमा पर तनाव, देश के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक तनाव और मणिपुर के मुद्दे पर विशेष सत्र में चर्चा की जाए। सोनिया गांधी ने लिखा है- रचनात्मक सहयोग की भावना के तहत मैं आशा करती हूं कि संसद के आगामी सत्र में इन विषयों पर चर्चा कराई जाएगी।
संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर से शुरू होगा। पहले दिन की बैठक संसद की पुरानी इमारत में होगी। उसके अगले दिन 19 सितंबर को नए संसद भवन में पहली बार आधिकारिक तौर पर काम शुरू होगा। गौरतलब है कि 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी है। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- मोदी सरकार पहली बार बिना एजेंडा बताए संसद का विशेष सत्र बुला रही है। किसी भी विपक्षी दल से न तो सलाह ली गई और न ही जानकारी दी गई। यह लोकतंत्र चलाने का तरीका नहीं है।