नई दिल्ली। संसद के विशेष सत्र से एक दिन पहले केंद्र सरकार ने सभी पार्टियों की बैठक बुलाई है। गौरतलब है कि संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर को शुरू होने वाला है और 22 दिसंबर तक चलेगा। सत्र शुरू होने से एक दिन पहले 17 सितंबर को सर्वदलीय बैठक होगी और माना जा रहा है कि उसी बैठक में सरकार सत्र का एजेंडा बताएगी। विपक्षी पार्टियों की लगातार मांग के बावजूद केंद्र सरकार ने विशेष सत्र का एजेंडा नहीं बताया है।
तभी कांग्रेस पार्टी लगातार यह सवाल उठा रही है कि आखिर किस मकसद से सरकार ने विशेष सत्र का आयोजन किया है। विशेष सत्र की घोषणा के बाद कांग्रेस की संसदीय रणनीति ग्रुप की बैठक हुई थी, जिसके बाद कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा था कि विपक्ष मोदी चालीसा के लिए संसद में नहीं बैठेगा। रमेश ने बुधवार को भी केंद्र पर निशाना साधा और कहा कि सत्र आरंभ होने में कुछ ही दिन बाकी हैं, लेकिन शायद ‘एक व्यक्ति’ को छोड़कर एजेंडे के बारे में किसी के पास जानकारी नहीं है। जयराम रमेश ने पहले हुई संसद की कुछ विशेष बैठकों का जिक्र भी किया और कहा कि विशेष बैठकों से पहले कार्यसूची की जानकारी उपलब्ध होती थी।