नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुराने संसद भवन में कार्यवाही के आखिरी दिन सोमवार को अपने भाषण में देश के सभी प्रधानमंत्रियों को याद किया। उन्होंने विशेष सत्र के पहले दिन अपने भाषण में देश के विकास में सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान की तारीफ की। उन्होंने संसद की यात्रा और इसकी उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि इसी संसद में एक देश, एक टैक्स का कानून बना, इसी संसद में कैश फॉर वोट की घटना हुई और इसी जगह अनुच्छेद 370 को समाप्त किया गया। विशेष सत्र के दूसरे दिन यानी मंगलवार को कार्यवाही नए संसद भवन में होगी। सवा बजे लोकसभा में और सवा दो बजे राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होगी।
इससे पहले सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने पुराने संसद भवन में 50 मिनट का भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्रियों को याद करते हुए कहा- ये वो सदन है जहां पंडित नेहरू ने नियति से साक्षात्कार का भाषण दिया था, जिसकी गूंज हम सबको प्रेरित करती है। इंदिरा गांधी के नेतृत्व में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम का आंदोलन भी इसी सदन ने देखा था। प्रधानमंत्री ने कहा- सदन ने कैश फॉर वोट और 370 को भी हटते देखा है। वन नेशन वन टैक्स, वन रैंक वन पेंशन, गरीबों के लिए 10 फीसदी आरक्षण भी इसी सदन ने दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा कि पंडित नेहरू, लालबहादुर शास्त्री से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी, राजीव गांधी, मनमोहन सिंह तक कई नाम हैं, जिन्होंने इस सदन का नेतृत्व किया। सदन के माध्यम से देश को दिशा दी है। देश को नए रंग रूप में ढालने के लिए उन्होंने परिश्रम किया है, पुरुषार्थ किया है। आज उन सबका गौरवगान करने का अवसर है। मोदी ने कहा- सरदार वल्लभ भाई पटेल, लोहिया, चंद्रशेखर, आडवाणी न जाने अनगिनत नाम, जिन्होंने हमारे इस सदन को समृद्ध करने में, चर्चाओं को समृद्ध करने का काम किया है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र पीएम सुबह पौने 11 बजे संसद के विशेष सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा- ये सत्र छोटा है लेकिन समय के लिहाज से बड़ा है। मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा- सभी सांसद उमंग और उत्साह के वातावरण में मिले। रोने-धोने के लिए बहुत समय होता है करते रहिए। जीवन में कुछ पल ऐसे भी होते हैं, जो उमंग से भर देते हैं। मैं इस छोटे सत्र को इसी रूप में देखता हूं।