मुंबई। अडानी समूह पर ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट यानी ओसीसीआरपी की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अडानी समूह पर फिर से हमला बोला है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद राहुल ने संसद में अडानी समूह को लेकर भाषण दिया था और कई बड़े आरोप लगाए थे। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की बैठक में हिस्सा लेने मुंबई पहुंचे राहुल ने गुरुवार को शाम पांच बजे एक प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें उन्होंने सवाल उठाया कि भारत का जो पैसा विदेश भेजा जा रहा है और फिर घूम कर वापस आ रहा है वह किसका पैसा है?
राहुल ने दो विदेशी अखबारों के हवाले से कहा कि देश का पैसा बाहर भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा- एक अरब डॉलर भारत के बाहर गया। जो पैसा बाहर भेजा जा रहा है, वो पीएम के करीबी व्यक्ति का है। अभी जी-20 का माहौल है। भारत के लिए जरूरी है कि यहां के आर्थिक परिवेश और कारोबारी क्षेत्र में सभी के लिए बराबर अवसर और पारदर्शिता रहे। राहुल ने कहा- दुनिया के अखबारों ‘द गार्डियन’ और ‘द फाइनेंशियल टाइम्स’ में गौतम अडानी के बारे में खबर है कि अडानी परिवार से जुड़े व्यक्ति ने विदेशी फंड के जरिए अपने ही स्टॉक में निवेश किया।
राहुल ने कहा- अडानी जी की कंपनियों के नेटवर्क के जरिए एक अरब डॉलर भारत से बाहर गया और अलग-अलग देशों से घूमकर वापस आया। इससे अडानी समूह के शेयरों की कीमत बढ़ी। इन पैसों का बंदरगाहों और एयरपोर्ट्स जैसी भारतीय संपत्तियों को हासिल करने के लिए इस्तेमाल हुआ। राहुल गांधी ने इस मामले में तीन सवाल पूछे। उन्होंने कहा पहले यह सवाल उठता है कि यह पैसा किसका है? यह अडानी जी का या किसी और का है? अगर किसी और का है तो किसका है?
उन्होंने कहा- दूसरा सवाल यह है कि इसके पीछे मास्टरमाइंड कौन है? क्या विनोद अडानी हैं? दो विदेशी नागरिक नासिर अली, चीन के चैंग चुंग लिंग भी इसमें शामिल हैं। ये विदेशी नागरिक कैसे भारत के शेयर बाजार को चला रहे हैं? चीन के नागरिक की क्या भूमिका है? राहुल ने तीसरा सवाल पूछा- जिन्होंने इस मामले की जांच की और क्लीन चिट दी, उन सेबी चेयरमैन को बाद में अडानी जी की कंपनी में डायरेक्टर कैसे बनाया गया? भारत की इमेज दांव पर है। इस बारे में संयुक्त संसदीय समिति के गठन और गहन जांच की जरूरत है।