हैदराबाद। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की बनाई कार्य समिति की पहली बैठक चुनावी राज्य तेलंगाना में हो रही है। कार्यसमिति की बैठक के पहले दिन शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और अगले साल के लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा की। बताया जा रहा है कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के साथ एकजुटता का संदेश देते हुए अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं से कहा कि कांग्रेस को सबके साथ मिल कर लड़ना होगा।
दूसरे दिन यानी रविवार को विस्तारित कार्य समिति की बैठक होगी, जिसमें सभी मुख्यमंत्री और अन्य नेता हिस्सा लेंगे। इसके बाद कांग्रेस की एक बड़ी रैली होगी। गौरतलब है कि 17 सितंबर हैदराबाद के भारत में शामिल होने का दिन भी है। इस मौके पर भाजपा की भी रैली होने वाली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रैली करने वाले हैं। इस तरह रविवार का दिन भाजपा और कांग्रेस के बीच शक्ति प्रदर्शन का दिन बनने वाला है।
बहरहाल, कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा और केंद्र सरकार पर जोरदार हमला किया और कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार सभी महत्वपूर्ण मोर्चों पर पूरी तरह से विफल रही है। खड़गे ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार महंगाई, बेरोजगारी, बढ़ती असमानता या किसानों और मजदूरों की बिगड़ती स्थिति पर काबू पाने में सक्षम नहीं है। उन्होंने कहा कि पूरा देश उन दुखद घटनाओं को देख रहा है, जो अभी भी मणिपुर में सामने आ रही हैं। खड़गे ने कहा- सरकार ने मणिपुर की आग को हरियाणा के नूंह तक पहुंचने दिया। ये घटनाएं आधुनिक, प्रगतिशील और धर्मनिरपेक्ष भारत की छवि को धूमिल करती हैं।
कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में तीन प्रस्ताव पारित हुए हैं। इनमें तीनों शोक प्रस्ताव हैं। पहला प्रस्ताव केरल के पूर्व सीएम ओमान चांडी जी के निधन को लेकर है। दूसरा मणिपुर में जारी हिंसा के पीड़ितों के लिए और तीसरा हिमाचल प्रदेश के आपदा पीड़ितों के लिए है। उन्होंने कहा- हिमाचल प्रदेश के लिए हमने मांग भी की है कि मोदी सरकार इस आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करे, ताकि प्रदेश को अधिक मदद मिल सके।
विपक्षी पार्टियों के गठबंधन की ओर से न्यूज चैनलों के 14 एंकर्स के बहिष्कार के मामले में स्थिति स्पष्ट करते हुए कांग्रेस के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने न तो किसी को प्रतिबंधित किया है और न किसी का बहिष्कार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस असहयोग कर रही है। नफरत फैलाने वालों के साथ कांग्रेस असहयोग कर रही है। खेड़ा न कहा कि अगर आगे उनको समझ में आ जाए कि वे जो कर रहे हैं वह देश के लिए अच्छा नहीं है तो कांग्रेस फिर उनके कार्यक्रमों में अपने नेताओं को भेजेगी।