नई दिल्ली। ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर दिल्ली में प्रदर्शन किया। पश्चिम बंगाल में सरकार चला रही तृणमूल कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र सरकार मनरेगा सहित सामाजिक विकास की कई योजनाओं का फंड बंगाल को नहीं दे रही है। इसे लेकर पार्टी ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। तीन अक्टूबर को भी तृणमूल के नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे।
सोमवार को गांधी जयंती के अवसर पर ममता की पार्टी ने केंद्र सरकार के खिलाफ दिल्ली के राजघाट पर प्रदर्शन किया। पार्टी के कार्यकर्ता राजघाट पर इकट्ठा हुए और पश्चिम बंगाल के लिए मनरेगा और अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लिए फंडिंग में कमी का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान नेताओं ने आरोप लगाया कि विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए ट्रेनों और उड़ानों को रद्द किया गया था।
तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन की अनुमति मौखिक रूप से दी गई थी। लिखित अनुमति अभी भी लंबित है। तृणमूल कांग्रेस की एक और नेता सुष्मिता देब ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल से मनरेगा जॉब कार्डधारकों को दिल्ली पहुंचने के लिए विशेष ट्रेन उपलब्ध कराने से मना कर दिया था।
उन्होंने कहा- बीजेपी ने बंगाल के लोगों के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी है। टीएमसी नेता दो और तीन अक्टूबर को केंद्र सरकार से अपने उचित बकाया को लेकर विरोध जताने के लिए दिल्ली आना चाहते हैं। अब, चूंकि वह दिल्ली आने पर अड़े हैं, इसलिए उन्होंने बंगाल के लोगों को दिल्ली पहुंचने के लिए विशेष ट्रेनें देने से इनकार कर दिया है। सुष्मिता देब ने कहा- बंगाल के लोगों ने इस चुनौती का सामना किया है। वे बसों में और सड़क मार्ग से दिल्ली पहुंच रहे हैं। बेशक बहुत लंबा समय लगेगा, लेकिन वे लड़ाई के लिए तैयार हैं।