नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने आखिरकार चार दिन के बाद तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान से किनारा कर लिया है। कांग्रेस ने उनके बयान का विरोध किया है और कहा है वह सनातन धर्म पर की गई टिप्पण से सहमत नहीं है। गौरतलब है कि उदयनिधि स्टालिन ने दो सितंबर को एक कार्यक्रम में सनातन धर्म पर टिप्पणी करते हुए इसे बीमारी बताया था और इसके उन्मूलन की बात कही थी। अब तक गोल-मोल जवाब दे रही कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि वह उदयनिधि और ए राजा की टिप्पणियों से सहमत नहीं है। कांग्रेस ने कहा कि वह सर्वधर्म समभाव में विश्वास करती है।
कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि वह सर्वधर्म समभाव में विश्वास करती है और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सभी घटक दल सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। गौरतलब है कि डीएमके के लोकसभा सांसद ए राजा ने सनातन धर्म की तुलना कथित तौर पर एचआईवी और कुष्ट रोग से की है। इससे पहले उनकी ही पार्टी के नेता उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म के बारे में विवादित बयान दिया था।
डीएमके सांसद ए राजा की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा- हम स्पष्ट रूप से पहले भी कह चुके हैं और फिर दोहरा रहे हैं कि हम इस तरह की टिप्पणियों के साथ नहीं हैं। कांग्रेस का हर धर्म और सोच को साथ लेकर चलने का इतिहास रहा है। हम सर्वधर्म समभाव में विश्वास करते हैं। उन्होंने आगे कहा- कांग्रेस समझती है कि यह देश सतरंगी देश है, जहां सबका एक स्थान है। किसी को कम दिखाना और किसी को ज्यादा दिखाना, न तो संविधान इसकी अनुमति देता है, न ही कांग्रेस की ऐसी परंपरा है। इसलिए हम ऐसी टिप्पणियों से सहमत नहीं हैं।
पवन खेड़ा ने कहा- अगर आप कांग्रेस का इतिहास जानते होंगे तो यह जरूर मानेंगे कि हमने हमेशा यही रुख रखा है। यही सिद्धांत संविधान सभा की चर्चा में था और संविधान में भी यही निहित है। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों के गठबंधन ‘इंडिया’ का हर घटक सभी धर्मों का सम्मान करता है।