राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

भूस्खलन में 123 लोगों की मौत

वायनाड। केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास भूस्खलन के कारण भारी नुकसान हुआ। वेल्लारीमाला गांव के मुंडक्कई और चूरामला इलाकों में मंगलवार सुबह हुए दो बड़े भूस्खलन में मृतकों की संख्या बढ़कर 123 हो गई।  लगभग 131 घायल लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया तथा 90 लोग अभी भी

चूरामला शहर में भूस्खलन से कम से कम 70 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए और वेल्लारामला जीवीएचएसएस स्कूल आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ।  कई दुकानें पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं।मुनादकई से लोगों की निकासी के तीन तरीकों से शुरू किया गया है । शाम को चूरलमाला से रोप वे, अस्थायी पुलों और हेलीकॉप्टरों के जरिए लोगों को निकाला गया। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), सैन्य कर्मी कन्नूर, पैंगोडे और चेन्नई, भारतीय नौसेना अकादमी के नौसेना बल के तहत खोज और बचाव अभियान अभी भी जारी है।

लोकसभा में मंगलवार को भूस्खलन पर चर्चा हुई। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने राहत बचाव कार्य को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात की। मगर बारिश के कारण बचाव काम में मुश्किलें आई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, गृह मंत्री अमित शाह, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सीधे फोन करके इस त्रासदी के बारे में जानकारी ली और हरसंभव मदद करने की पेशकश की है।”

चूरलमाला को मुंडक्कई से जोड़ने वाले एक अस्थायी पुल का निर्माण सेना द्वारा लगभग शाम साढ़े पांच बजे किया गया था, जबकि घायल और वृद्धों को भारतीय वायु सेना द्वारा लगभग शाम छह बजे एयरलिफ्ट किया गया था।गौरतलब है कि पहला भूस्खलन कल देर रात दो बजे हुआ और दूसरा भूस्खलन आज तड़के 4.10 बजे हुआ। मेप्पडी और मुंडाकाई चुरलमाला सहित क्षेत्र में कई स्थान अलग-थलग हो गए और चुरामाला और मुंडाकाई सड़क पूरी तरह से बह गई। वेल्लारमाला जीवीएच स्कूल पूरी तरह से जमीदोज हो गया है। उन्होंने कहा, घरों और आजीविका को भारी नुकसान हुआ है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

और पढ़ें