Naya India-Hindi News, Latest Hindi News, Breaking News, Hindi Samachar

यूरोपीय संघ, मेक्सिको पर ट्रंप ने लगाया टैरिफ

Washington, D.C., May 12 (ANI): U.S. President Donald Trump speaks during a press conference in the Roosevelt Room, at the White House in Washington, D.C. on Monday. (REUTERS/ANI)

नई दिल्ली। नौ जुलाई की डेडलाइन समाप्त होने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दुनिया भर के देशों पर टैरिफ लगाने में जुट गए हैं। दक्षिण कोरिया और जापान जैसे मित्र देशों के बाद अब उन्होंने यूरोपीय संघ पर भी 30 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। ट्रंप ने पड़ोसी देश मेक्सिको पर भी 30 फीसदी शुल्क लगाया है। साथ ही दोनों को चेतावनी भी दी है कि अगर उन्होंने अपना टैरिफ बढ़ाने की कोशिश की तो वे जितना टैरिफ बढ़ाएंगे अमेरिका भी उतना अतिरिक्त टैरिफ उन पर लगाएगा, जो इस 30 फीसदी से अलग होगा।

ट्रंप ने कहा कि एक अगस्त से मेक्सिको और यूरोपीय संघ से अमेरिका में आने वाले सामान पर टैरिफ लागू होगा। अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर ट्रंप ने इसकी जानकारी दी। टैरिफ बढ़ाने के साथ ही ट्रंप ने दोनों को धमकी दी कि अगर वे जवाबी कार्रवाई करते हैं, तो टैरिफ रेट और बढ़ा दी जाएगी। ट्रंप ने दोनों को लिखी चिट्ठी में लिखा है, ‘अगर आप जवाबी कार्रवाई करते हैं और टैरिफ बढ़ाते हैं, तो वो जितने भी प्रतिशत हों, मैं उन्हें हमारे 30 फीसदी में जोड़ दूंगा’।

ट्रंप ने इस तरह की चिट्ठी दुनिया के कई देशों को भेजी है, जिसमें कई अमेरिका के घनिष्ठ मित्र और कारोबारी साझीदार हैं। बहरहाल, ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद पिछले छह महीने से टैरिफ को लेकर यूरोपीय संघ और मेक्सिको, अमेरिका के साथ बातचीत कर रहे थे। लेकिन ट्रंप के ऐलान से साफ हो गया है कि उनके बीच समझौता नहीं हो पाया है। यूरोपीय संघ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी है। इसमें यूरोप के 27 देश शामिल हैं। अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच हर दिन करीब साढ़े तीन अरब डॉलर का व्यापार होता है। वहीं, मेक्सिको अमेरिका का सबसे बड़ा कारोबारी साझीदार है।

यूरोपीय यूनियन की अध्यक्ष को लिखी चिट्ठी में ट्रंप ने कहा कि एक अगस्त से यह टैरिफ लागू किया जाएगा। उन्होंने यह भी साफ किया कि अगर कोई यूरोपीय कंपनी अपने उत्पादों को दूसरे देश के रास्ते ट्रांसशिप कर अमेरिका भेजती है, तो उन पर भी यही टैरिफ लगेगा। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच व्यापार घाटा बहुत ज़्यादा है, और 30 फीसदी का यह टैरिफ उसे सुधारने की दिशा में एक जरूरी कदम है। उन्होंने यूरोपीय कंपनियों को यह प्रस्ताव भी दिया कि अगर वे अमेरिका में अपने उत्पाद बनाना शुरू कर दें, तो उन्हें टैरिफ नहीं देना पड़ेगा। दूसरी ओर मेक्सिको के राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी में ट्रंप ने कहा कि यह टैरिफ मेक्सिको में फैले फेंटेनाइल ड्रग के चलते लगाया जा रहा है। उन्होंने मेक्सिकन ड्रग कार्टेल्स को दुनिया के सबसे बुरा बताया और कहा कि ये कार्टेल्स फेंटेनाइल जैसी घातक दवाओं को अमेरिका में ला रहे हैं।

Exit mobile version