उज्जैन/नई दिल्ली। भारी बारिश के चलते उज्जैन के महाकाल मंदिर में एक बड़ा हो गया। गणेश मंदिर से सटी एक दीवार गिर गई। तेज बारिश के चलते यह दीवार गिरी है। इस हादसे में दो लोगों के मरने की खबर है। दीवार गिरने से कई लोग घायल भी हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक महाकाल मंदिर परिसर के विश्राम धाम के पास की दीवार गिरी है। वहां पर नया निर्माण कार्य चल रहा है। हादसा पुरानी दीवार ढहने से हुआ है। तेज बरसात के बीच देर शाम तक राहत व बचाव का कार्य चल रहा था।
मौसम विभाग के मुताबिक मानसून की वापसी शुरू हो गई है लेकिन अब भी देश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। गुजरात में भारी बारिश के कारण नदी, नाले उफान पर हैं। भावनगर में गुरुवार देर रात ओवरफ्लो मालेश्री नदी में एक बस फंस गई। बस में तमिलनाडु के 27 तीर्थयात्री सहित 29 लोग सवार थे। लोगों को निकालने गया एक ट्रक भी नदी में फंस गया। उधर उत्तर प्रदेश में लखनऊ, वाराणसी समेत 10 शहरों में देर रात तेज बारिश हुई। सुल्तानपुर में रेलवे ट्रैक डूब गया।
बिहार में गंगा और कोसी नदी के उफान पर होने के कारण कटिहार में बाढ़ जैसे हालात हैं। यहां 57 स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। पटना के हाथीदह में भी गंगा उफान पर है। ओडिशा के पुरी में तेज बारिश के चलते कोणार्क सूर्य मंदिर का प्रांगण डूब गया। पुरी जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों को भी बंद कर दिया है। 24 घंटों में वहां डेढ़ इंच बारिश रिकॉर्ड की गई, भुवनेश्वर में भी एक इंच बारिश हुई।
मुइज्जू ने अपने एजेंडे पर दी सफाई
नई दिल्ली। भारत विरोध के एजेंडे पर राष्ट्रपति चुनाव जीतने और राष्ट्रपति बन जाने के बाद भारत विरोधी एजेंडा चलाने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सुर बदल गए हैं। वे भारत की यात्रा पर आने वाले हैं और उससे पहले उन्होंने सफाई दी है। मुइज्जू ने इस बात से इनकार किया है कि उन्होंने ‘भारत को बाहर करो’ एजेंडा चलाया था। उन्होंने सफाई देते हुए कहा- लोग नहीं चाहते थे कि हमारी धरती पर विदशी सेना का एक भी सैनिक रहे, इसलिए हमने भारत से अपने सैनिकों को वापस लेने के संदर्भ में बात की।
मुइज्जू ने अमेरिका के न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के सालाना सम्मेलन से इतर मीडिया से बात करते हुए कहा- हम कभी भी किसी देश के विरुद्ध नहीं रहे। मुइज्जू ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में जोर देकर कहा कि उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान करने वाले उप मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।