नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की ओर से दिए गए दो सीट के ऑफऱ को ठुकरा दिया है और चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। कांग्रेस के इस फैसले के बाद समाजवादी पार्टी ने बची हुई दो सीटों पर भी अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए। इस तरह राज्य की सभी नौ सीटों पर सपा ही लड़ेगी। गौरतलब है कि सपा ने एकतरफा तरीके से सात सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए थे और गाजियाबाद व खैर की सीट कांग्रेस के लिए छोड़ी थी।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने गुरुवार को ऐलान किया कि कांग्रेस चुनाव नहीं लड़ेगी। उन्होंने कहा- कांग्रेस उपचुनाव में ‘इंडिया’ गठबंधन का समर्थन करेगी। इसके बाद सपा ने गाजियाबाद और खैर सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया। गौरतलब है कि राज्य की नौ विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होना है और नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।
कांग्रेस की इस घोषणा से पहले अखिलेश यादव ने बुधवार रात 11 बजे के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा- ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रत्याशी सपा के चुनाव निशान साइकिल पर ही चुनाव लड़ेंगे। इसके बाद गुरुवार की सुबह अखिलेश ने राहुल गांधी का हाथ थामे एक फोटो भी शेयर किया और लिखा- हमने ठाना है। संविधान, आरक्षण और सौहार्द बचाना है। जानकार सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश यादव और राहुल गांधी के बीच बुधवार रात को फोन पर बातचीत हुई। राहुल ने उपचुनाव न लड़ने और सपा को पूरा सहयोग देने का वादा किया। अखिलेश ने इसके लिए राहुल का शुक्रिया अदा किया।
हालांकि अखिलेश यादव के ऐलान के बाद गुरुवार की सुबह भाजपा ने गठबंधन को लेकर तंज किया और कांग्रेस को निशाना बनाया। भाजपा के प्रवक्ता ने कहा- इंडी गठबंधन खंड खंड हो गया। यूपी में हाथ का पंजा एक बार फिर खाली रह गया। कांग्रेस हाथ मलती रह गई। सपा ने कांग्रेस को धोबी पछाड़ दांव दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा का कांग्रेस मुक्त नारा सपा साकार कर रही है। कांग्रेस अपनी दुर्दशा के लिए खुद जिम्मेदार है। भाजपा ने यह भी कहा कि अखिलेश ने मध्य प्रदेश और हरियाणा विधानसभा चुनाव का बदला ले लिया है।