नई दिल्ली। एक हैरान करने वाले घटनाक्रम में अमेरिका की एक अदालत ने भारत को समन भेजा है। खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश के मामले में अमेरिका की एक अदालत ने मंगलवार को समन जारी किया। हैरान करने वाली बात यह है कि इस समय में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल, रॉ के पूर्व प्रमुख सामंत गोयल, रॉ एजेंट विक्रम यादव और कारोबारी निखिल गुप्ता का नाम शामिल है। भारत ने इसे गलत बताते हुए इसकी आलोचना की है।
असल में पन्नू ने अमेरिका की एक जिला अदालत में अपनी हत्या की साजिश को लेकर मुकदमा दर्ज कराया था। गौरतलब है कि पिछले साल अमेरिका ने आरोप लगाया था कि न्यूयॉर्क में पन्नू पर जानलेवा हमले की साजिश रची गई थी। इसमें भारत का हाथ था। इस साजिश को नाकाम कर दिया गया। इसी मामले में अमेरिकी कोर्ट ने समन जारी किया है और 21 दिन में इस समन का जवाब देने के लिए कहा है।
अमेरिकी कोर्ट के समन के जवाब में गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि ये समन पूरी तरह से गलत है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा- कि जब ये मामला हमारे सामने आया तो हमने एक्शन लिया। इस मामले में उच्च स्तरीय कमेटी भी बनाई गई है। गौरतलब है कि अमेरिका ने 26 जून को खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ हत्या की कोशिश के मामले में भारत से जवाब मांगा था। अमेरिकी सरकार के उप विदेश मंत्री कर्ट कैंपबेल ने कहा था- हमने सीधे भारत सरकार के सामने इस मुद्दे को उठाया है। साथ ही जांच समिति से भी रिपोर्ट मांगी थी।