लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को बड़ी हिंसा भड़क गई। संभल के जामा मस्जिद का सर्वे करने गई एक टीम पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया, जिसके बाद हिंसा भड़की और तीन युवकों की मौत हो गई। हिंसा में 30 के करीब पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है। पुलिस का कहना है कि भीड़ की हिंसा में ही तीनों युवक घायल हुए और मारे गए। पुलिस ने साफ किया है कि उसकी गोली से किसी की मौत नहीं हुई है।
बताया जा रहा है कि हिंसा में सीओ अनुज चौधरी और एसपी के पीआरओ के पैर में गोली लगी है। एसपी सहित 30 पुलिसकर्मी भी घायल हैं। मरने वालों के परिजनों का दावा है कि पुलिस की गोली से मौत हुई है। हालांकि कमिश्नर आन्जनेय सिंह ने कहा है- पुलिस फायरिंग में कोई मौत नहीं है। हमलावरों की फायरिंग में तीनों युवकों की जान गई है। उन्होंने कहा- हमलावर प्लान्ड तरीके से सर्वे टीम को टारगेट करना चाहते थे। 12 से 14 साल के बच्चों और महिलाओं को आगे किया गया।
हिंसा में तीन युवकों की मौत से शहर में नए सिरे से तनाव पैदा हो गया है। सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क के इलाके में भी पथराव की घटना हुई। बहरहाल, हिंसा के बाद एडीजी रमित शर्मा और आईजी मुनिराजजी मौके पर पहुंच चुके हैं। पूरे शहर में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है और अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल बन गया है। जामा मस्जिद जाने वाले सभी तीन रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है।
असल में रविवार की सुबह साढ़े छह बजे के करीब कलेक्टर और एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। टीम देखकर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। कुछ ही देर में करीब दो से तीन हजार से ज्यादा लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। अचानक पथराव शुरू हो गया, पुलिस को भागना पड़ा। बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा।
इस बीच उग्र भीड़ ने तीन गाड़ियों और पांच मोटरसाइकल में आग लगा दी। हालात कई घंटे बेकाबू रहे। पथराव इतना ज्यादा हुआ कि सड़कों से चार ट्रॉली पत्थर हटाए गए। कमिश्नर आन्जनेय सिंह ने से कहा- हमलावरों के निशाने पर सर्वे करने वाली टीम थी। हमलावर एक योजना के तहत सर्वे टीम को निशाना बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि युवकों की जेब से चाकू और अवैध हथियार मिले हैं। मृतक नईम की जेब में भी चाकू था। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने पहले छतों से पुलिस टीम पर फायरिंग और पथराव किया। इसके बाद सामने से भी गोली चलाई। पुलिस का कहना है कि मरने वाले तीनों युवक हमलावर भीड़ की फायरिंग में ही घायल हुए। पुलिस फायरिंग में एक भी मौत नहीं हुई है।