कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में एक बार कई इलाकों में हिंसा की घटनाएं हुई हैं। अलग अलग इलाकों में हुई घटनाओं में कम से कम 12 लोगों के मारे जाने की खबर है। कुछ रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि पिछले 24 घंटे में पंचायत चुनाव से जुड़ी हिंसा में 15 लोग मारे गए हैं और कई लोग घायल हुए हैं। कई जगह बूथ लूटने, बैलेट पेपर फाड़ने या बैलेट पेपर में आग लगा देने की घटनाएं हुईं हैं। राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी भाजपा ने हिंसा के लिए एक दूसरे पर आरोप लगाया है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चुनाव में हुई हिंसा पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
राज्य में ग्राम पंचायत की करीब 74 हजार सीटों के लिए चुनाव हुआ है। इनमें से नौ हजार से कुछ ज्यादा सीटों पर प्रतिनिधि निर्विरोध चुने जा चुके हैं, जबकि 65 हजार के करीब सीटों पर शनिवार को मतदान हुआ। निर्विरोध चुने गए प्रतिनिधियों में सबसे ज्यादा 8,874 तृणमूल कांग्रेस से हैं। बहरहाल, शनिवार को शाम पांच बजे तक करीब 60 फीसदी मतदान हुआ था। यह आंकड़ा बढ़ सकता है क्योंकि पांच बजे के बाद भी लगभग सभी इलाकों में लोग मतदान के लिए लाइन में लगे थे। चुनाव के नतीजे 11 जुलाई को आएंगे।
गौरतलब है कि अदालत के आदेश पर मतदान के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। इसके बावजूद अलग-अलग इलाकों से हिंसा की खबरें आईं। कई इलाकों से बूथ लूटने, बैलेट पेपर फाड़ने, बैलेट पेपर में आग लगाने की घटनाएं होने की खबर है। कूच बिहार के एक प्रखंड एक युवक बैलेट बॉक्स लेकर भाग गया। इसी तरह दक्षिण 24 परगना के एक प्रखंड इंडियन सेकुलर फ्रंट और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। गांव के लोगों ने बाद में बताया कि बम फेंके जाने की वजह से मतदान दो घंटे तक रूका रहा।
बताया जा रहा है कि पिछले 24 घंटे में 15 लोगों की हत्या हुई ही, जिसमें आठ लोग तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता थे। इसके अलावा कांग्रेस, भाजपा, सीपीएम, इंडियन सेकुलर फ्रंट आदिके भी कार्यकर्ता मारे गए हैं। पिछले महीने चुनाव की घोषणा के बाद से ही राज्य में लगातार हिंसा हो रही है और बताया जा रहा है कि नौ जून से अब तक हिंसक घटनाओं में मरने वालों की संख्या 30 हो चुकी है।
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में हिंसा का रिकॉर्ड रहा है। पिछले चुनाव यानी 2018 में हुए चुनाव में अलग अलग जगहों पर चुनावी हिंसा में 30 लोगों की मौत हुई थी। इसके अगले साल हुए लोकसभ चुनाव में ममता बनर्जी को बड़ा झटका लगा था कि उनका पार्टी अपनी जीती हुई 12 सीटें हार गई थी। हिंसा की खबरों के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार से भी बात की और कार्यकर्ताओं के बारे में जानकारी ली। भाजपा विधायक दल के नेता और नंदीग्राम से विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि बंगाल जल रहा है। उन्होंने केंद्र से राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।