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मारिया कोरिना ने नोबेल शांति पुरस्कार ट्रंप को किया समर्पित

नोबेल शांति पुरस्कार के मामले में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को झटका लगा, जब नोबेल कमेटी ने वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को इस पुरस्कार से नवाजा। मारिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति को इस रेस में पछाड़ दिया। वहीं, मारिया ने यह पुरस्कार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को समर्पित किया। इसपर अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। 

नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित होने के बाद मारिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “सभी वेनेज़ुएला वासियों के संघर्ष को मिली यह मान्यता हमारे स्वतंत्रता प्राप्त प्राप्त करने के कार्य को पूरा करने के लिए एक प्रोत्साहन है। हम विजय की दहलीज पर हैं और आज, पहले से कहीं अधिक, हम राष्ट्रपति ट्रंप, संयुक्त राज्य अमेरिका के लोगों, लैटिन अमेरिका के लोगों और दुनिया के लोकतांत्रिक देशों पर स्वतंत्रता और लोकतंत्र प्राप्त करने के लिए अपने प्रमुख सहयोगियों के रूप में भरोसा करते हैं। मैं यह पुरस्कार वेनेज़ुएला के पीड़ित लोगों और हमारे उद्देश्य के प्रति निर्णायक समर्थन के लिए राष्ट्रपति ट्रंप को समर्पित करती हूं!

वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया से बातचीत के दौरान नोबेल शांति पुरस्कार को लेकर कहा, “जिसको वास्तव में नोबेल पुरस्कार मिला, उसने आज मुझे फोन किया और कहा, ‘मैं इसे आपके सम्मान में स्वीकार कर रही हूं क्योंकि आप वास्तव में इसके हकदार थे।’ हालांकि, मैंने तब यह नहीं कहा कि इसे मुझे दे दो। मैं खुश हूं क्योंकि मैंने लाखों लोगों की जान बचाई।

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बता दें, नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने वेनेजुएला के लोगों के लिए शांतिपूर्ण तरीके से लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए मारिया को 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया।

द नोबेल प्राइज ने अपने एक्स अकाउंट पर इस पुरस्कार की घोषणा करते हुए लिखा, “नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने वेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए उनके अथक कार्य और तानाशाही से लोकतंत्र में न्यायपूर्ण और शांतिपूर्ण बदलाव के संघर्ष के लिए मारिया कोरिना मचाडो को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार देने का फैसला लिया है।

नोबेल कमेटी ने आगे कहा कि मारिया कोरिना के जीवन को गंभीर खतरा होने के बाद भी वह अपना काम करती रहीं। उनका यह चुनाव लाखों लोगों को प्रेरित करने वाला है।

बता दें, मारिया वेनेजुएला की रहने वाली हैं। वेनेजुएला में वह पूर्व राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दल की उम्मीदवार रह चुकी हैं। वह लोकतांत्रिक अधिकार कार्यकर्ता के रूप में जानी जाती हैं।

नार्वेजियन नोबेल समिति के अध्यक्ष जोर्गेन वाटने फ्राइडनेस ने कहा, “मारिया को ऐसे राजनीतिक विपक्ष में एकजुट करने वाली हस्ती होने के लिए सराहा गया, जो कभी बंटा हुआ था। एक ऐसा विपक्ष जिसने स्वतंत्र चुनावों और प्रतिनिधि सरकार की मांग की।

बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कई मौकों पर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर पर खुद को नोबेल शांति पुरस्कार का हकदार बताया था। ट्रंप का कहना था कि उन्होंने कई युद्ध रुकवाए हैं, इसलिए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए।

Pic Credit : ANI

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