यरूशलम। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) का कहना है कि ‘यमन के हूती अपने हमलों (इजरायल पर) की भारी कीमत चुका रहे हैं और चुकाते रहेंगे।” उन्होंने हूती विद्रोहियों को ईरान का प्रतिनिधि और ‘इजरायल तथा पूरे क्षेत्र के लिए खतरा’ बताया। नेतन्याहू की यह टिप्पणी इजरायल की सेना की इस घोषणा के बाद आई कि उसके लड़ाकू विमानों ने हूती ठिकानों को बनाया बनाया। इजरायली सेना ने कहा कि यमन की राजधानी सना में हिज्याज पावर स्टेशन के साथ-साथ होदेइदाह और रास इस्सा के यमन बंदरगाहों पर हमला किया। सेना ने दावा किया कि उसने उन बुनियादी ढांचों को भी निशाना बनाया जो हूती विद्रोही अपने अभियानों में इस्तेमार करते हैं। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज, ने कहा होदेदाह बंदरगाह ठप हो गया है, और रास इस्सा बंदरगाह जल रहा है।” उन्होंने कहा कि हमलों ने हूती ग्रुप को संदेश दिया है कि ‘कोई भी बच नहीं पाएगा। रक्षा मंत्री ने तेल अवीव में वायुसेना के कमांड सेंटर से हवाई हमलों को देखा। कैट्ज ने कहा, “इजरायल का लंबा हाथ हर उस जगह तक पहुंचता है और पहुंचता रहेगा, जहां हमारे लिए खतरा है – यहां तक कि यमन में भी।
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इजरायल के आर्मी रेडियो (Army Radio) के मुताबिक यह यमन पर इजरायली सेना का पांचवां बड़ा हमला था। सेना की तरफ से गुरुवार को जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि हूती विद्रोहियों ने अक्टूबर 2023 से इजरायल की ओर लगभग 40, सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलें और 320 ड्रोन दागे हैं हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि उनमें से अधिकांश को रोक दिया गया था। बता दें उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण करने वाला हूती ग्रुप फिलिस्तीनियों के समर्थन में नवंबर 2023 से इजरायल के खिलाफ नियमित रॉकेट और ड्रोन हमले कर रहा है और लाल सागर में ‘इजरायल से जुड़े’ जहाजों को निशाना बना रहा है। इजरायल हूती ग्रुप (Israeli Houthi Group) के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर रहा है। वहीं क्षेत्र में तैनात अमेरिकी-ब्रिटिश नौसेना गठबंधन ने उसे रोकने के लिए नियमित रूप से हवाई हमले जारी रखे हैं।