freebies in elections: चुनाव जीतने के लिए मुफ्त में चीजें और सेवाएं बांटने की राजनीति की जड़ें और गहरी होती जा रही हैं। हर चुनाव के बाद पार्टियां कुछ नई चीज ला रही हैं।
महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड के बाद हो रहे दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने नई नई चीजें और नई नई सेवाएं मुफ्त में देने की घोषणा की है।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र जारी किया तो कहा गया कि यह पहला पार्ट है।
इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ कि संकल्प पत्र कई पार्ट में घोषित हो। दिल्ली जैसे छोटे से अर्ध राज्य में भाजपा दो पार्ट में संकल्प पत्र जारी करेगी।
ऐसा इसलिए किया जा रहा ताकि संकल्प पत्र के पहले पार्ट के बाद केजरीवाल कुछ नई चीज देने का वादा करें तो संकल्प पत्र के दूसरे पार्ट में कुछ और नई चीजों का वादा किया जा सके।
ऐसा हुआ भी क्योंकि भाजपा के संकल्प पत्र का पहला पार्ट घोषित होने के बाद केजरीवाल नई घोषणाएं कर चुके हैं। जैसे उन्होंने कहा है कि वे दिल्ली के लाखों किराएदारों को भी मुफ्त बिजली और पानी देंगे।
अभी उनकी घोषणाएं थमने वाली नहीं हैं। सो, भाजपा ने संकल्प पत्र का दूसरा पार्ट रोक रखा है, जिसे चुनाव से ठीक पहले घोषित किया जाएगा।
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ज्यादा समय नहीं बीते हैं, जब मुफ्त की बिजली, पानी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मुफ्त की रेवड़ी’ कहा था और दावा किया था कि इससे देश की अर्थव्यवस्था बरबाद हो जाएगी।
लेकिन जैसा कि राजनेताओं के मामले में अक्सर होता है कि उनके कहने और करने में तालमेल नहीं बैठ पाता है।
तभी भारतीय जनता पार्टी भी एक के बाद एक राज्यों में मुफ्त की चीजों और सेवाओं की घोषणा करती जा रही है।
इससे अर्थव्यवस्था पर वित्तीय दबाव बढ़ रहा है और केंद्र सरकार के समझदार मंत्री इस पर सवाल भी उठा रहे हैं लेकिन लोकतंत्र में असली उद्देश्य तो चुनाव जीतना होता है और अब पार्टियों ने मान लिया है कि चुनाव जीतने का एकमात्र उपाय मुफ्त की वस्तुओं और सेवाओं की घोषणा है।
तभी दिल्ली में चुनाव लड़ रही तीनों राष्ट्रीय पार्टियों यानी भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के संरचनात्मक विकास, राजधानी के गौरव और दिल्ली के लोगों के सम्मानजनक जीवन को लेकर कोई वादा नहीं किया है, बल्कि मुफ्त की चीजों, सेवाओं और नकदी की बम्पर घोषणाएं की हैं।
सबसे बड़ी समस्या प्रदूषण की
दिल्ली की सबसे बड़ी समस्या प्रदूषण की है। हवा और पानी दोनों इस कदर प्रदूषित हैं कि लोगों के घरों में काले और पीले रंग के पानी की आपूर्ति होती है और हवा में ऐसा जहर घुला होता है कि नवंबर से जनवरी तक सांस लेना दूभर हो जाता है।
वायु प्रदूषण की वजह से दिल्ली के लोगों का जीवन लगातार छोटा होता जा रहा है। अस्पतालों में सांस से जुड़े मरीजों की संख्या बेहिसाब बढ़ रही है।
लेकिन पिछले 10 साल से दिल्ली में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने जब माना कि वे तीन वादे पूरे नहीं कर पाए हैं तो उसमें हवा के प्रदूषण का मामला शामिल नहीं था।
उन्होंने कहा कि वे यमुना की सफाई नहीं कर सके, पीने का साफ पानी नहीं उपलब्ध करा सके और दिल्ली की सड़कों को यूरोपीय स्टैंडर्ड का नहीं बना सके।
हालांकि उन्होंने साथ साथ यह भी कहा कि इस मामले में भी बहुत काम हुआ है और पांच साल में इन वादों को पूरा कर देंगे।
यानी पांच साल और मिला तो यमुना साफ हो जाएगी, पीने का साफ पानी मिलने लगेगा और सड़कें यूरोपीय स्टैंडर्ड की हो जाएंगी।
कई सौ गुना ज्यादा गंदी हो गई
हालांकि यह सरासर झूठ है कि यमुना की सफाई या पीने के साफ पानी की दिशा में कोई काम हुआ है।(freebies in elections)
यमुना पिछले 10 साल में पहले से कई सौ गुना ज्यादा गंदी हो गई है। यमुना के पानी में हर साल सर्दियों में छठ के समय प्रदूषण की वजह से झाग बनने लग रहा है, जो पहले नहीं बनता था।
केमिकल डाल कर उस झाग को खत्म करने की कोशिश होती है। फिर भी कामयाबी नहीं मिल पाती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में यमुना का पानी पूरी तरह से मृत हो चुका है और उसमें मल की मात्रा निर्धारित मात्रा से 13 सौ गुना ज्यादा हो गई है।
न दिल्ली के नालों से गाद निकाली जा रही है और यमुना नदी से गाद निकाली जा रही है। नदी और नाले दोनों का तल ऊंचा हो गया है, जिससे जरा सा पानी आता है तो सड़कें गंदे पानी में डूब जाती हैं।
दिल्ली के इतिहास में पहली बार हुआ कि जिन इलाकों में पानी की आपूर्ति आमतौर पर अच्छी रहती है वहां भी महीनों तक नलों से काले और पीले रंग का पानी आता रहता है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक पानी की आपूर्ति की स्थिति यह है कि प्राइवेट बोरिंग से दिल्ली की धरती से सौ फीसदी से ज्यादा पानी खींचा जाने लगा है।
सरकार की व्यवस्था से निराश लोग पुलिस और एमसीडी में पैसे खिला कर बोरिंग करा रहे हैं और घर में आरओ मशीन लगा कर पीने के पानी का इंतजाम कर रहे हैं। जल बोर्ड का पानी भी बिना साफ किए पीने लायक नहीं है।
सड़कों की हालत बिहार और उत्तर प्रदेश जैसी(freebies in elections)
दिल्ली के अनेक इलाकों में सड़कों की हालत नब्बे के दशक के बिहार और उत्तर प्रदेश जैसी है। एक भी नई और वैकल्पिक सड़क नहीं बनी है और जो सड़कें पहले से हैं उनका रखरखाव नहीं हो पा रहा है।(freebies in elections)
जेल से छूटने के बाद केजरीवाल ने जब इस्तीफा दिया और आतिशी मुख्यमंत्री बनीं तो केजरीवाल ने उनके साथ दिल्ली के दौरा किया और दावा किया कि सड़कों की हालत उनके जेल में रहने की वजह से खराब हो गई हैं और अब इन्हें ठीक कर दिया जाएगा।
सोचें, केजरीवाल कोई साढ़े तीन हजार दिन मुख्यमंत्री रहे, जिसमें से 156 दिन जेल में रहे थे। लेकिन उन्हीं 156 दिनों में दिल्ली की सड़कों की हालत खराब हो गई! बहरहाल, जेल से छूटने के बाद भी सड़कों की हालत में न सुधार होना था और न हुआ।
यानी तीन कमियां तो उन्होंने ठीक मानी हैं लेकिन यह बात झूठ है कि इस दिशा में काम हुआ है। उनकी कही बातों का मतलब यह भी है कि जिस वायु प्रदूषण को लेकर पूरी दुनिया में दिल्ली की चर्चा होती है वह उनके वादे में शामिल नहीं है। उन्होंने दिल्ली के वायु प्रदूषण को लेकर कुछ नहीं कहा।
केजरीवाल के साथ साथ भाजपा और कांग्रेस ने भी वायु प्रदूषण समाप्त करने, यमुना की सफाई करने, पीने का साफ पानी 24 घंटे उपलब्ध कराने, सस्ती और 24 घंटे बिजली देने, सड़कों की हालत ठीक करने, दिल्ली को ट्रैफिक जाम से छुटकारा दिलाने, दिल्ली में विश्व स्तरीय स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी या रिसर्च सेंटर बनाने का वादा नहीं किया
आम आदमी पार्टी का वादा
चुनाव जीतने के लिए आम आदमी पार्टी ने जो वादा किया है वह इस प्रकार है। मुफ्त बिजली देंगे। मुफ्त में पानी देंगे। किराएदारों को भी मुफ्त में बिजली व पानी देंगे।
महिलाओं को मुफ्त बस पास दे रहे हैं और युवाओं को भी मुफ्त बस पास देंगे। पहले इमामों को 17 हजार रुपया महीने देते थे, अब पुजारियों व ग्रंथियों को 18 हजार रुपया महीना देंगे।
महिला सम्मान योजना के तहत हर महीने महिलाओं को 21 सौ रुपए देंगे। ऑटो ड्राइवरों को बेटी की शादी के लिए एक लाख रुपया महीना देंगे।(freebies in elections)
उनको वर्दी के लिए ढाई हजार रुपए दे रहे हैं और उनका 10 लाख रुपए का बीमा कराएंगे। संजीवनी योजना के तहत हर बुजुर्ग का इलाज मुफ्त कराएंगे और कॉलोनियों में प्राइवेट गार्ड रखने का खर्च आरडब्लुए को सरकार देगी।
25 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा
जवाब में कांग्रेस ने मुफ्त बिजली बढ़ा कर तीन सौ यूनिट कर दी और कहा कि 25 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा देंगे। महिलाओं को ढाई हजार और युवाओं को साढ़े आठ हजार रुपया महीना देंगे।(freebies in elections)
बाकी आप सरकार की सारी योजनाएं जारी रखेंगे। भाजपा ने संकल्प पत्र का पहला पार्ट जारी किया है। इससे पहले कह दिया गया है कि केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार जो योजनाएं चला रही है वह सारी जारी रहेंगी।
यानी मुफ्त बिजली, पानी, बस पास वगैरह मिलता रहेगा। उसके अलावा रसोई गैस सिलेंडर पर पांच सौ रुपए की सब्सिडी देंगे। होली व दिवाली के मौके पर दो गैस सिलेंडर मुफ्त देंगे।
गर्भवती महिलाओं को 21 हजार रुपए देंगे। महिलाओं को ढाई हजार रुपया महीना देंगे। 25 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा देंगे। झुग्गियों में अटल कैंटीन खोलेंगे, जिसमें पांच रुपए में भरपेट खाना मिलेगा।
वरिष्ठ नागरिकों को 70 साल तक ढाई हजार और उससे ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को तीन हजार रुपए पेंशन देंगे। ऐसा नहीं है कि घोषणाएं यही थमने वाली हैं। मुफ्त की वस्तुओं और सेवाओं की घोषणा किस्तों में मतदान के दिन तक चलती रहेंगी।