भोपाल। प्रदेश के विंध्य क्षेत्र में भाजपा नेताओं के बीच समन्वय ना होने से पार्टी को झटका लग रहे हैं हाल ही में एक कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ला की तरफ मुखातिब होते हुए सीधी विधायक रीति पाठक ने स्वास्थ्य विभाग में 7 करोड़ रुपए गायब होने का आरोप लगाया तो दूसरी ओर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम और भाजपा विधायक प्रदीप पटेल के बीच शिकायत बढ़ गई है।
दरअसल भाजपा में एक तरफ जहां संगठन के चुनाव चल रहे हैं जिसमें पांच जिलों में जिला अध्यक्ष कौन हो इसको लेकर नेताओं में आपस में जिस तरह से खींचतान है। पार्टी अभी तक निर्णय नहीं ले पा रही है जबकि प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए अब कभी भी तारीखों का ऐलान हो सकता है। कोई दूसरी ओर बुंदेलखंड हो चंबल हो या विंध्य का इलाका हो भाजपा नेता की आपस में नहीं बन रही है। अब जो भी नया प्रदेश अध्यक्ष बनेगा उसे पार्टी नेताओं के बीच समन्वय बनाने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ेगी।
बहरहाल, पिछले दिनों सीधी में एक कार्यक्रम में उस समय सन्नाटा छा गया जब विधायक रीति पाठक ने एक कार्यक्रम के दौरान सीधी जिला अस्पताल के लिए 7 करोड़ रुपए स्वास्थ्य विभाग में गायब होने का आरोप लगा दिया। इस दौरान मंच पर उपस्थित प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल की तरफ मुखातिब होते हुए रीति पाठक ने कहा कि सीधी जिला अस्पताल के लिए 7 करोड़ रुपए मंजूर कर आए थे लेकिन यह पैसा कहां चला गया पता ही नहीं चला। उन्होंने यह भी कहा कि आपके विभाग संभालने के बाद से सात बार पत्र लिख चुकी है लेकिन आपका जवाब नहीं मिला। यह मामला शांत हुआ नहीं कि दूसरा मामला विंध्य क्षेत्र के ही मऊ जिले में दो विधायक को के बीच तनातनी बढ़ गई है।
इस मामले में विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और विधायक गिरीश गौतम का कहना है कि विधायक प्रदीप पटेल उनके क्षेत्र में दखल दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में एक नाबालिग का अपहरण हुआ था जिस पर देवतालाब थाने में प्रकरण दर्ज हुआ था। यहां पर थाना प्रभारी जगदीश ठाकुर ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ लिया था। यह पूरा मामला उनकी विधानसभा क्षेत्र का था लेकिन कुंभ से अचानक प्रदीप पटेल यहां आए और एसपी के दफ्तर के सामने धरने पर बैठ गए और इस कार्रवाई का विरोध करते हुए थाना प्रभारी को सस्पेंड करवा दिया।
गौतम ने आरोप लगाया कि प्रदीप पटेल लगातार पार्टी के अनुशासन को तोड़ रहे हैं लेकिन संगठन इस पर ध्यान नहीं दे रहा। मैं पार्टी लाइन पर चल रहा हूं। मैंने आईजी और पुलिस अधीक्षक को कहा है कि 10 दिन में इस मामले की जांच कर ले। यदि थाना प्रभारी ने गलत जांच की हो तो उसे बर्खास्त कर दें और यदि इसमें सही कार्रवाई की है तो उसका निलंबन समाप्त कर दें। उनका कहना है कि वह आज बुधवार को भोपाल आ रहे हैं और संगठन ने से प्रदीप पटेल के संबंध में बात करेंगे।
कुल मिलाकर बिना विंध्य क्षेत्र में भाजपा नेताओं के बीच लगातार तनातनी बढ़ रही है जिससे भाजपा की सेहत बिगड़ रही है।