राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

शक्ति प्रदर्शन का माध्यम बनी यात्राएं

भोपाल। प्रदेश के दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस इस समय सत्ता की यात्रा पूरी करने के लिए प्रदेश में कोने कोने से यात्राएं निकाल रहे हैं। भाजपा जहां जन आशीर्वाद यात्रा निकल रही है वहीं कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा भी शुरू हो गई है। दोनों ही दल इन यात्राओं के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं और समापन में महाप्रदर्शन की तैयारी है।

दरअसल राजनीतिक क्षेत्र में माहौल बनाने के लिए शक्ति प्रदर्शन एक अनिवार्य अंग हो गया है। यही कारण है व्यक्तिगत स्तर पर जहां चुनाव लड़ने जा दावेदार दालों के सामने इन यात्राओं में शक्ति दिखा रहे हैं। वहीं राजनीतिक दल आम जनता के बीच अपनी ताकत दिखाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। यात्राओं में किसी भी प्रकार की कमी ना रह जाए इस कारण दोनों दलों ने अपनी उम्मीदवारों की सूची होल्ड पर कर दी है। माना जा रहा है कि भाजपा 25 सितंबर को भोपाल के जंबूरी मैदान में यात्राओं के समापन पर महाकुंभ कार्यकर्ताओं का आयोजित करने जा रही है जिसमें 10 लाख कार्यकर्ताओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा। जिस तरह से भाजपा ने बूथ कॉमेटियां बनाई हैं उससे सभी 65000 बूथो से कार्यकर्ताओं को भोपाल लाने की तैयारी है इसके लिए 35 000 बेसन की व्यवस्था की गई है कुछ स्पेशल ट्रेन चलाई जाने की भी तैयारी है। पड़ोसी राज्यों से भी बसों को अनुबंध किया जा रहा है। इसके अलावा हजारों की संख्या में फोर व्हीलर बुक कराए गए हैं। राजधानी के आसपास जिलों मसलन होशंगाबाद रायसेन विदिशा सीहोर से भारी भीड़ मिटाने की तैयारी है।

अभी इस समय यात्राएं जहां भी जा रही है। वहां पर विधानसभा स्तर पर विधायक या मंत्री यात्रा में भीड़ मिटाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। यात्राओं का आकर्षण बना रहे इस कारण 18 सितंबर से जब संसद का विशेष सत्र शुरू हुआ तब संसद और केंद्रीय मंत्रियों को दिल्ली में रहना अनिवार्य हो गया। ऐसे में हरियाणा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के मंत्री प्रदेश में यात्राओं के मुख्य अतिथि बनाए गए। 22 सितंबर के बाद फिर से केंद्रीय मंत्री और संसद या प्राणों में शामिल होंगे। 24 सितंबर तक यात्राएं भोपाल पहुंचेंगे जहां 25 सितंबर को महाकुंभ के साथ ही जन आशीर्वाद यात्रा का समापन होगा।

वहीं दूसरी और प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस में गणेश चतुर्थी के दिन से प्रदेश में सात स्थानों से जन आक्रोश यात्राएं निकल रही है जिसमें टिकट के दावेदार पर बढ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं पार्टी नेताओं ने भी ऐसे संकेत दिए थे कि इन यात्राओं के माध्यम से भी दावेदारों की क्षमता का अंदाजा लगाया जाएगा। कांग्रेस 5 अक्टूबर को मोहन खेड़ा में बड़ा कार्यक्रम करेगी जिसमें पार्टी नेता प्रियंका गांधी आएंगे और इन यात्राओं का 5 अक्टूबर को ही समापन होने जा रहा है। पार्टी ने अभी तक प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की है जिससे कि सभी दावेदार यात्रा को सफल बनाने में जुटे रहे 5 अक्टूबर के बाद ही कांग्रेस की पहली सूची आने की संभावना है।

पार्टी एक तरफ जहां यात्रा निकाल रही है वहीं दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हर सप्ताह दिग्गज नेताओं की जॉइनिंग कर रही है जो अपने-अपने क्षेत्र में प्रभावशाली है और भाजपा में कभी महत्वपूर्ण स्थान रखते थे। पार्टी के माध्यम से भी माहौल बना रही है और इस उम्मीद में भी है कि जब भाजपा की दूसरी सूची जारी होगी। उसके बाद जिन महत्वपूर्ण नेताओं के भाजपा टिकट कटेगी उनमें से भी कुछ कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं।
कुल मिलाकर दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस अपनी अपनी यात्राओं को सफल बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं और विधानसभा क्षेत्र से गुजरने पर दावेदार भी सक्रियता दिखा रहे हैं। यह यात्राएं एक तरह से शक्ति प्रदर्शन का माध्यम बन रही है लेकिन राजनीतिक दलों को यह भी आशंका है कि जो दावेदार इस समय तन-मन-धन से यात्रा को सफल बनाने में जुटे हैं। टिकट न मिलने की स्थिति में भी नाराज होकर कहीं पार्टी का नुकसान करने में ना जुट जाए।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

और पढ़ें