भोपाल। नवरात्रि से प्रारंभ हो रहे विक्रम संवत 2081 वर्ष को गौ रक्षा वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। गौशालाओं को को संवर्धन बोर्ड के माध्यम से अभी ₹20 प्रतिदिन मिलते हैं। जिन्हें दुगना करते हुए अब ₹40 प्रतिदिन दिए जाएंगे। इसी तरह चरणों की भूमि से अतिक्रमण हटाया जाएगा एवं अगली बरसात तक किसी भी हालत में सड़कों पर गोवंश को नहीं रहने देंगे उसके लिए जो करना होगा वह करेंगे। गौ रक्षा संवाद कार्यक्रम जिसमें निराश्रित गोवंश एवं गौशालाओं के वेतन प्रबंधन पर मंथन हुआ। उसके समापन सत्र पर बोलते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने उक्त घोषणाएं की।
दरअसल, समय-समय पर सड़कों पर बैठने वाली गायों से से होने वाली दुर्घटनाओं को लेकर चिंता जाहिर होती रही है। इसी तरह गौशालाओं में कुप्रबंधन की खबरें आती रही है। आर्थिक संकट भी गौ सेवकों के सामने प्रमुख मुद्दा रहा है। इन सब समस्याओं को हल करने के लिए पिछले महीने कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंत्री समूह बनाया और गौ रक्षा, गौ संवर्धन के क्षेत्र में क्या किया जा सकता है इसके लिए सुझाव मांगे।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग के मंत्री लखन पटेल ने कैबिनेट के निर्णय के बाद सक्रियता दिखाते हुए निराश्रित गोवंश एवं गौशालाओं के बेहतर प्रबंधन पर देश भर में कार्य कर रहे चुनिंदा हित धारकों की बुधवार को कुशाभाऊ ठाकरे सभागार सभागृह में दिन भर की कार्यशाला रखी। जिसमें उद्घाटन सत्र के बाद चार अलग-अलग समानांतर सत्र आयोजित किए गए। जिसमें इस क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। विषय विशेषज्ञों के सुझाव संकलित किए गए।
इसके प्रमुख विषय थे गौशाला प्रबंधन से संबंधित प्रशासकीय पहलू गौशालाओं हेतु वित्त प्रवाह एवं स्वावलंबन संबंधित वित्तीय पहलू गौशालाओं से संबंधित सामाजिक पहलू गौशालाओं एवं निराश्रित गोवंश से संबंधित विधिक पहलू थे जिस पर आपस में विचार विमर्श करके अनुशंसाओं का संकलन किया गया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री पहलाद पटेल ने स्वयं सत्र का संचालन करते हुए अनुशंसाएं संकलित की। उनके साथ वह संवर्धन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मेघराज जैन भी थे। दूसरे सत्र में विभाग के मंत्री लखन पटेल ने भाग लिया और अनुशंसाएं संकलित की। इस तरह 4 अलग-अलग क्षेत्र में अनुशंसाएं संकलित की गई। जिसे समापन सत्र में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सामने रखा गया।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अधिकांश अनुशंसाएं मान ली जिसमें प्रमुख रूप से नवरात्रि से प्रारंभ होने वाले विक्रम संवत वर्ष गौ रक्षा वर्ष घोषित किया गया एवं कोसंवर्धन बोर्ड के माध्यम से अभी गौशालाओं को₹20 रु. प्रतिदिन प्रति गाय मिलते हैं। इन्हें दुगुना करके 40 रु. दिए जाएंगे और इसमें कोई विलंब नहीं होगा नियमित या राशि दिलाई जाएगी जहां-जहां चरणों की भूमि है वहां से अतिक्रमण हटाए जाएंगे और प्रति 50 किलोमीटर टोल एजेंसी के अनुबंध के अनुसार हाइड्रोलिक कैटल लिफ्टिंग वाहन की व्यवस्था की जाएगी श्रेष्ठ तम गौशाला के संचालन को पुरस्कृत किया जाएगा।
कुल मिलाकर देश भर के गौ सेवक जिस तरह से राजधानी भोपाल कार्यशाला में भाग लेने आए और अपने सुझाव दिए मंत्री और मुख्यमंत्री ने अनुशंसित मांगों पर उदारता दिखाते हुए घोषणाएं की और यदि यह घोषणाएं जमीन पर हकीकत में बदल जाए तो गौ रक्षा पर यह संवाद सार्थक संवाद तो माना ही जाएगा गौ रक्षा एवं संवर्धन के क्षेत्र में मील का पत्थर भी साबित होगा।