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मप्र: सनसनी के बीच मानसून सत्र

भोपाल। भाजपा के चार नेता कहीं बैठ जाएं या किसी को दिल्ली बुला लिया जाए उसके बाद अटकलें का बाजार गर्म हो जाता है। पिछले दो माह से परिवर्तन की सनसनी बनी हुई है। कभी नेतृत्व परिवर्तन, कभी मंत्रिमंडल विस्तार, कभी पदाधिकारी का घटना-बढ़ाना और इसी सनसनी के बीच विधानसभा का मानसून सत्र 11 जुलाई से शुरू होने जा रहा है।

दरअसल, राजनीति के घटनाक्रम को लेकर आम आदमी ने जिस तरह की जिज्ञासा होती है उसी के कारण अटकलों का बाजार गर्म होता है। कभी-कभी अटकलें सही भी साबित हो जाती है और कभी-कभी लंबा समय भी लेती है। इस कारण अटकलें पर जल्दी विराम नहीं लगता।
प्रदेश में जो अटकलें लगाई जा रही है उसमें अभी तक कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। अलबत्ता प्रदेश को चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी जरूर मिल गए हैं। पार्टी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को मध्यप्रदेश का चुनाव प्रभारी और अश्वनी वैष्णव को सह प्रभारी नियुक्त किया है। दोनों ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वसनीय माने जाते हैं। इस कारण यह भी माना जा रहा है कि अब राष्ट्रीय नेतृत्व की सीधी निगाहें प्रदेश की हर गतिविधि पर रहेगी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा दिल्ली में थे और उन्होंने प्रदेश चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव से मिलकर उन्हें बधाई दी एवं स्वागत किया।

बहरहाल, प्रदेश का विधानसभा का मानसून सत्र अब 11 जुलाई से प्रारंभ होगा। पहले 10 जुलाई से प्रारंभ होना था लेकिन 10 जुलाई को लाडली बहन योजना की दूसरी मासिक किस्त डाली जानी है। जिसका प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम इंदौर में होने जा रहा है। इस कारण सत्र एक दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। 15वीं विधानसभा का यह अंतिम सत्र है जिसमें मध्य प्रदेश में संसदीय उत्कृष्ट के लिए मंत्री और विधायकों को दिए जाने वाले पुरस्कार विधायक और मंत्रियों के परफॉर्मेंस के आधार पर दिए जाते थे लेकिन इस बार माइनस मार्किंग का भी प्रावधान रखा गया है। जिसमें सदन की गरिमा के विपरीत आचरण सभा की व्यवस्था एवं शांति की स्थापना में असहयोग करना और आसंदी द्वारा दी गई व्यवस्था पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने अवहेल न करने या उसे अनुचित ठहरने पर अब पांच अंक माइंस कर दिए जाएंगे। इस बार भी तीन उत्कृष्ट मंत्री और पांच उत्कृष्ट विधायकों का चयन किया जाना है जिसके लिए मंत्री और विधायकों के परफॉर्मेंस का आकलन शुरू कर दिया गया है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सितारों शर्मा के अध्यक्षता वाली समिति में 80 अंक तय किए हैं।

11 जुलाई से शुरू होने जा रहे मानसून सत्र में सरकार हुक्का बार पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ तीन विधायक भी ला रही है। चार निजी विश्वविद्यालयों को भी खोले जाने है जिसके लिए निजी विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक लाया जाएगा। इसके साथ ही सरकार वित्त वर्ष 202324 का पहला एन पूरा बजट भी पेश करने वाली है यह बजट करीब 20000 करोड़ का होगा इसके लिए वियोग पेश किया जाएगा मानसून सत्र में 1600 से ज्यादा प्रश्न 19 स्थगन और 90 ध्यान आकर्षण प्रस्ताव आएंगे।

कुल मिलाकर राजनीतिक उठापटक और सनसनी के बीच जहां मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र 11 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। वहीं 20 जुलाई से लोकसभा का सत्र भी शुरू होगा। प्रदेश में विधानसभा का सत्र शुरू होने के पहले आज शाम को मुख्यमंत्री निवास पर मंत्रियों की बैठक आयोजित की गई है। जिसमें सभी मंत्रियों को अपना अपना टिफिन लाना है बैठक के बाद सब मिल बैठकर खाना खाएंगे। चुनावी वर्ष में जिस तरह की राजनैतिक सर गर्मी चल रही है उसमें अभी भी अटकलें का बाजार गर्म है।

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