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दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष कौन ?

दिल्ली कांग्रेस का मुखिया कौन होगा फिलाहल इंतज़ार की बात है। दिल्ली जातीय आधार पर वोटों का गुणा- भाग करने लगा आलाकमान तय नहीं कर पा रहा है कि दिल्ली कांग्रेस की कमान किसे दी जाए। यह अलग बात है कि इस पद के दावेदारों में जहां दिल्ली के पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह के अलावा देवेंद्र यादव, पूर्व सांसद संदीप दीक्षित, मुदित अग्रवाल और अलका लांबा शामिल हैं।पर दिल्ली के इन दावेदारों के अलावा जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार का नाम भी इस पद के लिये चर्चा में हैं। कन्हैया कुमार पूर्वांचल चें ताल्लुक़ रखते हैं और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नज़दीकी भी बताए जाते हैं। यह बात दूसरी है कि कन्हैया चुनाव हार चुके हैं। पर अपनी बेबाक़ी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित दूसरे भाजपा नेताओं के ख़िलाफ़ बराबर आक्रामक भाषणों देने से कांग्रेस में उनकी एक अलग पहचान बन चुकी है। दिल्ली में क़रीब 40 फ़ीसद पूर्वांचल वोट हैं।

यही बजह है कि दिल्ली में कांग्रेस,भाजपा और आप पार्टी का इन वोटों तरफ़ ध्यान रहता आया है। इन्हीं वोटों को रिझाने के लिए भाजपा मनोज तिवारी को लाई थी। पर राजनीति से ज़्यादा उनकी पहचान मनोरंजन कर भीड़ इकट्ठा करने वालों तक सीमित रह गई। उनकी बेरुख़ी के चलते पिछली निगम चुनाव में पूर्वांचल का वोट आप पार्टी की तरफ़ हो लिया पार्टी ने निगम में जीत दर्ज की। हाँ यह ज़रूर कि पार्टी का वोट फ़ीसद कम हुआ। ऐसे ही दिल्ली कांग्रेस में भी पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आज़ाद को लाया गया लेकिन कोई ख़ास असर नहीं पड़ा। अब फिर कांग्रेस में पूर्वांचल से ही ताल्लुक़ रखने वाले कन्हैया कुमार को दिल्ली कांग्रेस की बागडोर देने की चर्चा कांग्रेस आलाकमान में चल रही बताई जा रही है । बात रही देवेंद्र यादव की तो वे दिल्ली कांग्रेस में वरिष्ठ नेता हैं और पश्चिमी दिल्ली में वोटों पर उनका असर भी है। दिल्ली के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के महासचिव अजय माकन उनकी पैरवी में लगे हैं।

यूँ ही दिल्ली के पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह का है । वे युवा हैं। दिल्ली कांग्रेस में उन्हें पंसद किया जाता है साथ ही सिखों में उनकी खांसी पेंठ हैं। संदीप दीक्षित पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं। दिल्ली में पंजाबी वोटों को लेकर पिछले दिनों अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा भी चली पर मामला फ़ुस्स हो गया। रही बात अलका लांबा की, तो वे पूर्व विधायक हैं बड़बोलेपन और आक्रामक भाषण देने को लेकर वे कई बार चर्चा में रहीमपुर फिलाहल तो वे दावेदारों पिछड़ती मानी जा रही हैं। मुदित अग्रवाल पूर्व सांसद जय प्रकाश अग्रवाल के बेटे हैं और प्रदेश में उपाध्यक्ष हैं। वैश्य वोटों लेकर पहले उनकी चर्चा चली लेकिन मामला बढ़ा नहीं। भला अब कौनसा तीरंदाज़ दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जाता इसका तो अभी इंतज़ार करना होगा पर कांग्रेस के सूत्रों का इशारा तो कन्हैया कुमार की तरफ़ ही बताया जा रहा है।

By ​अनिल चतुर्वेदी

जनसत्ता में रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव। नया इंडिया में राजधानी दिल्ली और राजनीति पर नियमित लेखन

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