ऐसा लग रहा है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी फिल्म स्टार अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा 2’ के एक शो के दौरान हुई घटना का इस्तेमाल राजनीति साधने के लिए कर रहे हैं। एक तरफ कांग्रेस पार्टी है, जो भाजपा पर आरोप लगाती है कि वह धर्म, जाति और क्षेत्र के आधार पर बंटवारा कर रही है और झगड़ा भड़का रही है और दूसरी ओर रेवंत रेड्डी हैं, जो बिना किसी बात के आंध्र प्रदेश बनाम तेलंगाना का मुद्दा बना रहे हैं ताकि नए राज्य तेलंगाना के लोगों को भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल कर सकें। इस राजनीति को साधने के लिए रेवंत रेड्डी और उनकी सरकार के मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के नेता अल्लू अर्जुन के पीछे पड़े हैं। उनको किसी न किसी तरह से परेशान किया जा रहा है।
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असल में ‘पुष्पा 2’ फिल्म की रिलीज के बाद अल्लू अर्जुन अपने परिवार के साथ एक शो देखने चले गए। वे चूंकि बिना बताए वहां पहुंचे थे इसलिए उनके आने की खबर से भगदड़ मच गई, जिसमें एक महिला की मौत हो गई। इस आधार पर रेवंत रेड्डी की पुलिस ने अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया। सोचें, कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक कथावाचक के कार्यक्रम में भगदड़ से कई लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
लेकिन रेवंत रेड्डी की पुलिस ने गिरफ्तार करके एक रात अल्लू अर्जुन को जेल में रखा। फिर पुलिस ने उनको बुला कर चार घंटे पूछताछ की है। इस बीच अल्लू अर्जुन के घर पर हमला हुआ। हमला करने वाले उस्मानिया यूनिवर्सिटी के छात्र थे और रेवंत रेड्डी के करीबी बताए जाते हैं। अब कांग्रेस के एक विधायक ने खुल कर कहा है कि अल्लू अर्जुन आंध्र प्रदेश के हैं और वे तेलंगाना में सिर्फ कारोबार करने के लिए आए थे। यह सब तब हो रहा है, जब उन्होंने मृतक महिला के परिवार को 50 लाख रुपए दिए हैं और सभी घायलों का इलाज अपने खर्च पर करा रहे हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को दखल देकर तेलंगाना सरकार को इस तरह के काम करने से रोकना चाहिए।