तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव मई 2026 में होना है। इस लिहाज से अभी डेढ़ साल का समय है लेकिन वहां राजनीति तेज हो गई है। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी अन्ना डीएमके ने साफ कर दिया है कि वह अकेले चुनाव लड़ेगी। उसने भाजपा के साथ किसी तरह के तालमेल की संभावना से इनकार किया है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में भी अन्ना डीएमके ने अकेले चुनाव लड़ा था और भाजपा ने कुछ अन्य छोटी पार्टियों से तालमेल करके अपना गठबंधन बनाया था। भाजपा के गठबंधन को कोई सीट नहीं मिली फिर भी उसका प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा। तभी यह माना जा रहा है कि 2026 के विधानसभा चुनाव में भाजपा एक बड़ी ताकत होगी।
दूसरी ओर विभाजन के बावजूद अन्ना डीएमके अब भी मजबूत ताकत है। हालांकि अगर पलानीस्वामी और पनीरसेल्वम एक साथ होते तो पार्टी की ताकत ज्यादा होती। पलानीस्वामी ने भाजपा से तालमेल नहीं करने का ऐलान किया है तो संभव है कि पनीरसेल्वम के साथ भाजपा का तालमेल हो। सो, डीएमके गठबंधन के मुकाबले अन्ना डीएमके मैदान में होगी तो तीसरा मोर्चा भाजपा का होगा। चौथा मोर्चा या चौथी ताकत तमिल फिल्मों के सुपरस्टार विजय की है। उन्होंने तमिझागा वेत्रि कझगम यानी टीवीके पार्टी बनाई है और अगले चुनाव में सभी सीटों पर लड़ने का ऐलान किया है। सो, कम से कम चारकोणीय मुकाबला होगा। मुकाबले के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी है लेकिन अगर विजय को सत्ता विरोधी वोट मिलते हैं तो एमके स्टालिन की पार्टी को डीएमके और उनके गठबंधन को फायदा हो सकता है।