Bihar asseimbly election: बिहार में विधानसभा चुनाव तय समय से होगा या समय से पहले हो सकता है?
राज्य में चुनाव अगले साल नवंबर में होना है लेकिन उससे पहले जिस तरह से राजनीतिक गतिविधियां तेज हुई हैं और सत्तारूढ़ गठबंधन के एक के बाद एक कार्यक्रम तय हुए हैं उसे देख कर अंदाजा लगाया जा रहा है कि चुनाव समय से पहले हो सकता है।
हालांकि मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल और बाकी विपक्षी पार्टियां अब भी पहले की तरह ही आराम से बैठी हैं और मान रही हैं कि अभी बहुत समय है।(Bihar asseimbly election)
लेकिन जैसे पिछले साल दिसंबर में राजनीतिक गतिविधियां तेज हुई थीं और जनवरी में गठबंधन बदल कर नीतीश कुमार वापस भाजपा के साथ चले गए थे उसी तरह फिर दिसंबर में राजनीतिक गतिविधियां तेज हुई हैं।
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बिहार के मुख्यमंत्री को भारत रत्न
पिछले साल दिसंबर में ही तय हुआ था कि बिहार के मुख्यमंत्री रहे दिवंगत कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया जाए। उसके बाद ही नीतीश के भाजपा के साथ आने का अंतिम फैसला हुआ था।
इस साल क्या नीतीश कुमार को भारत रत्न देने का फैसला हो सकता है? जानकार सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार को भारत रत्न देने के बारे में पिछले साल भी विचार विमर्श हुआ था।
बिहार भाजपा और जदयू के नेता, जो नीतीश को राजद से अलग करके भाजपा के साथ लाने के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे उन्होंने कहा था कि कर्पूरी ठाकुर की बजाय नीतीश को ही भारत रत्न दे दिया जाए।
अब फिर इस बात पर चर्चा है। कहा जा रहा है कि भारत रत्न देकर नीतीश कुमार को संन्यास के लिए तैयार किया जा सकता है और तब सत्ता भाजपा के हाथ में आ सकती है।
हालांकि यह तय है कि अगला चुनाव एनडीए नीतीश के नाम और चेहरे पर ही लड़ेगा लेकिन अगर भारत रत्न मिल जाता है तो उनका चेहरा और बड़ा हो जाएगा।
25 जनवरी को नीतीश को भारत रत्न
अगर इस प्रोजेक्ट पर बात आगे बढ़ती है तो इस साल 25 जनवरी को नीतीश को भारत रत्न देन की घोषणा हो सकती है और उसके 10 दिन के बाद पांच फरवरी तक बजट सत्र करके बिहार में खुले हाथ मुफ्त की रेवड़ी बांटने का ऐलान कर दिया जाएगा।
जानकार सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना की घोषणा तय है। इसके नाम पर विचार हो रहा है। इस योजना के तहत बिहार की महिलाओं को हर महीने डेढ़ हजार रुपए देने का ऐलान होगा। उसके बाद विधानसभा भंग कर दी जाएगी।
चुनाव आयोग से अप्रैल के अंत तक चुनाव कराने का आग्रह किया जाएगा। बताया जा रहा है कि उससे पहले तीन महीने की किश्त महिलाओं के खाते में डाल दी जाएगी।(Bihar asseimbly election)
फरवरी से अप्रैल की किश्त के साथ साथ महाराष्ट्र की तरह एडवांस किश्त डालने का भी फैसला हो सकता है। सरकार वृद्धावस्था पेंशन में भी बढ़ोतरी कर सकती है।
इसके अलावा युवाओं और किसानों के लिए भी योजनाओं की घोषणा हो सकती है। फरवरी के पहले हफ्ते में बजट सत्र में सारी घोषणाएं करने के बाद सरकार चुनाव में जाने का फैसला कर सकती है। पिछली बार यानी 2020 में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में हुए थे।
इस बार भी तीन चरण में चुनाव हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा और जदयू के नेता प्रशांत किशोर या मुख्य विपक्षी राजद को तैयारी का ज्यादा समय नहीं देना चाहते हैं।
एक वरिष्ठ नेता ने अनौपचारिक बातचीत में कहा कि समय पर चुनाव होने पर सत्ता विरोधी लहर से नुकसान का खतरा ज्यादा होता है। इसलिए औचक चुनाव की तैयारी है।