Rahul Gandhi Pappu Yadav: कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार, 18 जनवरी को पटना पहुंचे। उन्होंने संविधान रक्षा सम्मेलन में हिस्सा लिया। लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव से मुलाकात की।
कांग्रेस के प्रदेश कार्य़ालय सदाकत आश्रम ने पार्टी के नेताओं से मिले और गर्दनीबाग में बीपीएससी की परीक्षा दोबारा कराने की मांग पर आंदोलन कर रहे छात्रों से भी मिले लेकिन इस पूरी यात्रा के दौरान पप्पू यादव कहीं दिखाई नहीं दिए।
पप्पू यादव अपने को कांग्रेस के साथ मानते हैं। वे पूर्णिया से निर्दलीय चुनाव जीते हैं और उनकी पत्नी रंजीत रंजन छत्तीसगढ़ से कांग्रेस की राज्यसभा सांसद हैं।
पप्पू यादव को पूर्णिया से पिछली बार लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव ने कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने दी। लालू और तेजस्वी ने पप्पू यादव को टिकट देने पर तालमेल तोड़ लेने की धमकी दी थी।
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तभी पप्पू यादव निर्दलीय लड़े और चुनाव जीते। तेजस्वी यादव ने पूर्णिया में अपने सभी विधायकों को बैठा रखा था पप्पू यादव को हराने के लिए।
हालांकि कांग्रेस ने पप्पू यादव का इतना साथ दिया कि राहुल वहां राजद के लिए प्रचार करने नहीं गए। चुनाव जीतने के बाद से वे कांग्रेस के साथ हैं। वे बीपीएससी के मसले पर भी छात्रों के साथ हैं।
उन्होंने एक दिन का बिहार बंद भी कराया था। लेकिन राहुल गांधी के कार्यक्रम से उनकी दूरी से कई सवाल उठे हैं। कहा जा रहा है कि लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव की संवेदनशीलता का ध्यान राहुल गांधी ने रखा।
यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह भी उनको दूर ही रखना चाहते थे।
राहुल और प्रियंका जरूर सद्भाव रखते हैं और कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में पप्पू यादव को साथ लेने का कोई रास्ता निकाला जाएगा।