भारतीय जनता पार्टी को पिछले दिनों असम में बड़ा झटका लगा था। उसकी विरोधी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट यानी बीपीएफ ने बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद यानी बीटीसी का चुनाव जीत लिया था। भाजपा और उसकी सहयोगी यूपीपीएल की बुरी हार हुई थी। अब भाजपा ने बीपीएफ को ही अपने गठबंधन में शामिल कर लिया है। बीपीएफ के गठबंधन में आते ही पार्टी के नेता चरण बोड़ो का हिमंत बिस्वा सरमा की सरकार में मंत्री बना दिया गया। एनडीए में शामिल होने के बाद बीपीएफ के नेता हाग्राम मोहिलारी ने कहा उनका स्टैंड स्पष्ट है। जो पार्टी सरकार में रहेगी वे उसके साथ जुड़ सकते हैं क्योंकि उनको बोडोलैंड इलाके में विकास काम करना है, जो सरकार के बगैर नहीं हो सकता है।
उन्होंने कहा कि वे बीटीसी का चुनाव जीत गए हैं और उसके प्रमुख हो गए हैं तो अब असम सरकार के जरिए विकास के काम करने हैं इसलिए वे सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हो गए। ध्यान रहे इससे पहले भी वे भाजपा के साथ थे। लेकिन भाजपा ने उनको गठबंधन से निकाल कर उनके विरोधी प्रमोद बोड़ो की पार्टी यूपीपीएल से तालमेल कर लिया था। तब मोहिलारी ने कांग्रेस से तालमेल करके पिछला विधानसभा चुनाव लड़ा। अब फिर मोहिलारी की ताकत बढ़ी तो भाजपा ने उनको अपने साथ कर लिया। वे भी संकट के साथी कांग्रेस को छोड़ कर भाजपा के साथ चले गए। इस मामले में भाजपा का जो रणनीतिक लचीलापन है वह अद्भुत है। वह किसी को भी भ्रष्ट, देशद्रोही, आतंकवादी साबित कर सकती है और फिर उसी के साथ तालमेल भी कर सकती है।
