कांग्रेस पार्टी फर्जी खबरें रोकने और उनका जवाब देने की बड़ी तैयारी कर रही है। लोकसभा चुनाव में पहले से बेहतर प्रदर्शन करने से कांग्रेस का हौसला बढ़ा है और उसको लग रहा है कि धारणा की लड़ाई में भाजपा को हराने के लिए जरूरी है कि सोशल मीडिया के जरिए फैलाई जाने वाली फर्जी खबरों का जवाब दिया जाए। कांग्रेस के एक जानकार नेता ने अनौपचारिक बातचीत में बताया कि इलेक्ट्रोनिक और प्रिंट मीडिया में खबरें पहुंचने से पहले सोशल मीडिया में आती हैं और चैनल व अखबार वाले भी वहां से खबर लेते हैं या वहां वायरल हो रही खबरों से धारणा बनाते हैं, जिसका असर उनकी खबरों पर दिखता है।
तभी कांग्रेस ने तय किया है कि वह फर्जी खबरों को उनकी उत्पत्ति की जगह पर ही रोक देगी, उसकी शिकायत करेगी और उसका जवाब देगी। इसके लिए पार्टी के कानून, मानवाधिकार और आरटीआई विंग का पुनर्गठन किया गया है। पिछले दिनों इसके पदाधिकारियों को वरिष्ठ वकील अभिषेक सिंघवी ने प्रशिक्षण दिया। उनको फर्जी खबरें रोकने के लिए बनाए गए कानूनों के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें यह भी बताया गया कि कहां शिकायत की जा सकती है और कैसे इन खबरों को रूकवाया या हटवाया जा सकता है। फर्जी खबरों के जरिए नैरेटिव गढ़ने का कैसे जवाब देना है इसके बारे में उनको जानकारी दी गई। बताया जा रहा है कि अगले कुछ दिन इस तरह के और भी शिविर होंगे और इस विंग को मजबूत किया जाएगा।