वैसे तो देश के हर राज्य की सरकारें दिल्ली के अखबारों में विज्ञापन देती हैं। अगर सोमवार की ही बात करें तो उत्तर प्रदेश सरकार का कुंभ से जुड़ा विज्ञापन और झारखंड सरकार का मइया सम्मान योजना से जुड़ा विज्ञापन पूरे पूरे पन्नों का छपा है। ओडिशा सरकार का भी पूरे पन्ने का विज्ञापन छपा है। लेकिन सबसे दिलचस्प मामला पंजाब सरकार का है। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है और लगभग हर दिन पंजाब सरकार दिल्ली के अखबारों में किसी न किसी चीज का विज्ञापन दे रही है। ताजा विज्ञापन यह है कि सरकार बनने के बाद पिछले करीब तीन साल में पंजाब की भगवंत मान सरकार ने 33 हजार नौकरियां दी हैं।
इससे भी छोटी छोटी बातों को लेकर पंजाब सरकार दिल्ली में लगभग रोज विज्ञापन दे रही है। पिछले साल के अंत में जब आम आदमी पार्टी अकेले हरियाणा का चुनाव लड़ रही थी तब भी पंजाब सरकार का विज्ञापन रोज दिल्ली में छपता था। अब दिल्ली का विधानसभा चुनाव है तो पंजाब सरकार की उपलब्धियों का प्रचार किया जा रहा है। असल में दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार के विज्ञापनों पर उप राज्यपाल वीके सक्सेना की नजर रहती है तो साथ साथ अदालतों की भी नजर रहती है। तभी अखबारों में दिल्ली सरकार के विज्ञापन कम नजर आ रहे हैं और पंजाब सरकार के ज्यादा नजर आ रहे हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी होर्डिंग्स की लड़ाई जरूर बहुत बड़े पैमाने पर लड़ रही है।