दिल्ली में भाजपा और कांग्रेस के राज में यानी पहली चार सरकारों में उप मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया था। लेकिन अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने मनीष सिसोदिया को उप मुख्यमंत्री बनाया। भाजपा ने भी राज्यों में उप मुख्यमंत्री बनाने के प्रयोग को खूब आगे बढ़ाया। वह हर राज्य में दो दो उप मुख्यमंत्री बना रही है क्योंकि उससे कई जातियों का समीकरण साधने में आसानी हो रही है। तभी कहा जा रहा है कि दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी उप मुख्यमंत्री बनाएगी। हो सकता है कि दो उप मुख्यमंत्री न बनें लेकिन एक जरूर बनेगा। उप मुख्यमंत्री कौन होगा, यह इस पर निर्भर करता है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा। अगर भाजपा पंजाबी, वैश्य, जाट, गूजर यानी दिल्ली और हरियाणा के समीकरण का मुख्यमंत्री बनाती है तो किसी प्रवासी के उप मुख्यमंत्री बनने के चांस हैं। संगम विहार से जीते चंदन चौधरी और द्वारका से जीते प्रद्युम्न राजपूत की दावेदारी बन रही है।
उप मुख्यमंत्री का प्रयोग जारी रहेगा
