आम आदमी पार्टी की ओर से आतिशी को मुख्यमंत्री बनाने के बाद भाजपा की राजनीति में भी कुछ बदलाव आ सकता है। भारतीय जनता पार्टी नई दिल्ली की सांसद बांसुरी स्वराज को आगे बढ़ा सकती है। ध्यान रहे 26 साल पहले इसी तरह विधानसभा चुनाव से दो महीने पहले भाजपा ने सुषमा स्वराज को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया था। भाजपा का वह प्रयोग सफल नहीं रहा था। लेकिन बांसुरी स्वराज का प्रयोग सफल रहा है। वे नई दिल्ली सीट से सांसद बन गई हैं। मंगलवार को केजरीवाल के इस्तीफे के बाद भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो उसमें प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के साथ बांसुरी स्वराज को बैठाया गया।
असल में आप ने आतिशी के जरिए युवा और विदेश से पढ़ी महिला मुख्यमंत्री का जो नैरेटिव बनाया है उसकी काट में भाजपा बांसुरी को आगे कर सकती है। आतिशी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है तो बांसुरी स्वराज वे भी ऑक्सफोर्ड से लॉ की पढ़ाई की है। वे दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की सफल वकील रही हैं और अब सासंद हैं। दोनों की उम्र भी लगभग एक समान है। सो, भाजपा दिल्ली में बांसुरी स्वराज का नैरेटिव बना सकती है। एक तरफ आम आदमी पार्टी की महिला मुख्यमंत्री आतिशी अगले चुनाव में अरविंद केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए लड़ रही होंगी। यह तय है कि आतिशी अगली बार सीएम नहीं बनेंगी। इसके जवाब में भाजपा बांसुरी को आगे करके महिला वोटों में मैसेज बनवाने के आप के दांव को फेल कर सकती है।