अमेरिका में दलाली को कानूनी मान्यता प्राप्त है। वहां लॉबिस्ट होते हैं, जो कांग्रेस की लॉबी में बैठते हैं और अलग अलग हित समूहों के लिए लॉबिंग करते हैं। दुनिया भर के देश इनकी सेवा लेते हैं। इसके लिए ये लॉबिस्ट बड़ी रकम लेते हैं और उस रकम में से एक हिस्सा अमेरिका की पार्टियों को चंदा देते हैं या पार्टियों के नेताओं के चुनाव में खर्च करते हैं। ऐसे ही एक लॉबिस्ट हैं जेसन मिलर, जिनकी सेवा भारत ने ली है। भारत ने अप्रैल में जेसन मिलर को करीब 15 करोड़ रुपए सालाना पर नियुक्त किया। वे भारत के लिए लॉबिंग क र रहे हैं। उनके अलावा भी एक बड़ी लॉबिंग कंपनी भारत के लिए काम कर रही है। हालांकि पिछले दिनों खबर आई थी कि भारत के मुकाबले पाकिस्तान लॉबिंग पर ज्यादा खर्च कर रहा है और उसने बेहतर कंपनियों की सेवा ली है।
बहरहाल, पिछले दिनों भारत के लॉबिस्ट जेसन मिलर ने व्हाइट हाउस में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। पहले भी लॉबिस्ट की मुलाकात होती रहती होगी लेकिन इसकी खास बात यह रही कि इस मुलाकात की तस्वीरें जारी की गईं। जेसन मिलर ने खुद सोशल मीडिया में तस्वीरें जारी कीं और बताया कि राष्ट्रपति सहित व्हाइट हाउस के अनेक लोगों से मुलाकात हुई। यह ठीक उस समय की बात है, जब ट्रंप ने भारत के प्रति सुर बदले। पता नहीं इस मुलाकात का उसमें कितना हाथ था लेकिन भारत में कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों के इकोसिस्टम ने इसका प्रचार शुरू कर दिया है कि उस लॉबिस्ट के कारण भारत के प्रति ट्रंप का नजरिया बदला है।
