विपक्षी पार्टियों के गठबंधन ‘इंडिया’ के सबसे वरिष्ठ नेता और समन्वय समिति में मुख्य भूमिका निभा रहे शरद पवार ने पिछले दिनों कहा था कि गठबंधन को एकजुट होकर राज्यों का चुनाव लड़ना चाहिए। पांच राज्यों, जहां अभी चुनाव होने वाले हैं वहां वे एक साथ मिल कर लड़ने की बात कर रहे थे। लेकिन इस बीच आम आदमी पार्टी ने चुनावी राज्यों में अपने उम्मीदवारों की घोषणा शुरू कर दी है। कांग्रेस दो राज्यों- मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अपने लिए अच्छी संभावना मान रही है लेकिन अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने दोनों राज्यों में अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।
आप ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लिए 10-10 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की है। पहली सूची में मध्य प्रदेश के 29 और छत्तीसगढ़ के 12 उम्मीदवारों की घोषणा हुई थी। इस तरह अब मध्य प्रदेश में आप ने 39 और छत्तीसगढ़ में 22 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। अभी चुनाव की घोषणा नहीं हुई है। आप ने स्पष्ट कर दिया है कि वह दोनों राज्यों में सभी सीटों पर लड़ने जा रही है। राजस्थान में भी उसको चुनाव लड़ना है। तभी यह सवाल उठ रहा है कि अब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के कैसे तालमेल होगा? कांग्रेस ने पहले ही साफ किया हुआ है, जिन पांच राज्यों में अगले कुछ दिनों में चुनाव होने वाले हैं वहां आप का कोई असर नहीं है। अगर प्रतीकात्मक रूप से पार्टी दो चार सीटें चाहती तो कांग्रेस छोड़ सकती थी, जैसे सपा के लिए छोड़ने की बात हो रही है। लेकिन पार्टी आधिकारिक तालमेल नहीं करेगी। अगर आप की वजह से इन राज्यों में कांग्रेस को नुकसान होता है तो आगे भी दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन का रास्ता बंद होगा।