भारतीय जनता पार्टी की देखा-देखी कांग्रेस भी अपने सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतार रही है। हालांकि भाजपा की तरह कांग्रेस के पास चुनावी राज्यों में ज्यादा सांसद नहीं हैं लेकिन जो भी हैं उनको पार्टी चुनाव में उतारेगी। जिन पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं उनमें कांग्रेस के सिर्फ छह सांसद हैं, जिनमें से चार को पार्टी ने चुनाव में उतार दिया। तेलंगाना के सभी तीन सांसदों को पार्टी ने विधानसभा की टिकट दी है तो छत्तीसगढ़ के दो में से एक सांसद को उतार दिया गया है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के इकलौते सांसद नकुल नाथ हैं, जो प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ के बेटे हैं। सो, उनको चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा क्योंकि वे अपने पिता का विधानसभा चुनाव संभालेंगे। छत्तीसगढ़ में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज बस्तर से सांसद हैं। वे चित्रकोट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। दूसरी सांसद कोरबा से ज्योत्सना महंत हैं लेकिन उनके चुनाव लड़ने की संभावना नहीं है क्योंकि उनके पति चरणदास महंत स्पीकर हैं और खुद विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं।
उधर तेलंगाना में कांग्रेस के तीन सांसद हैं और तीनों दिग्गज नेता हैं। पार्टी ने तीनों को चुनाव में उतारा है। कहा जा रहा है कि भाजपा भी अपने चारों सांसदों को चुनाव में उतार सकती है। बहरहाल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी मलकाजगिरी के सांसद हैं और वे कोडंगल सीट से चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे एन उत्तम कुमार रेड्डी नालगोंडा से सांसद हैं। कांग्रेस ने उनको भी विधानसभा चुनाव में उतारा है। कांग्रेस के तीसरे सांसद भोंगीर से के वेंकट रेड्डी हैं वे भी इस बार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। तीनों रेड्डी समुदाय के मजबूत नेता हैं। गौरतलब है कि भाजपा अभी तक राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 18 सांसदों को चुनाव में उतार चुकी है। उसके तीन केंद्रीय मंत्री मध्य प्रदेश से विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। वह इन राज्यों में और भी सांसदों को टिकट देगी।