विपक्षी पार्टियों के गठबंधन ‘इंडिया’ की मुंबई बैठक की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। महाराष्ट्र के दिग्गज नेता खुद तैयारियों पर नजर रखे हुए हैं। तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों- शरद पवार, अशोक चव्हाण और उद्धव ठाकरे की मीटिंग हुई है, जिसमें तैयारियों के साथ साथ एजेंडे को लेकर भी चर्चा हुई। अलग अलग तरह के पोस्टर बनाए जा रहे हैं और होर्डिंग्स, बैनर पूरे शहर में लगाए जा रहे हैं। स्वाभाविक रूप से इन सबमें फोकस या तो एनसीपी व शिव सेना उद्धव ठाकरे गुट के नेताओं पर है या कांग्रेस के ऊपर। मुख्य पोस्टर के बीचों बीच सोनिया व राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की फोटो है। लेकिन जानकार सूत्रों का कहना है कि इस बार की बैठक में फोकस नीतीश कुमार पर रहने वाला है।
बताया जा रहा है कि इस बार की बैठक के एजेंडे में 11 सदस्यों की एक समन्वय समिति बनाए जाने पर फैसला होगा और विपक्षी गठबंधन के समन्वयक या संयोजक का नाम तय होगा। संयोजक के तौर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम का फैसला होने की संभावना है। ध्यान रहे पिछले महीने 18 जुलाई को बेंगलुरू की बैठक में इस बारे में फैसला नहीं हुआ था और सारा लाइम लाइट कांग्रेस नेताओं ने लिया हुआ था, जिसकी वजह से प्रेस कांफ्रेंस में शामिल हुए बगैर ही नीतीश कुमार पटना लौट गए थे। लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव भी उनके साथ ही लौट गए थे। हालांकि बाद में नीतीश ने इन खबरों को खारिज किया कि वे नाराज होकर लौटे हैं।
बेंगलुरू की बैठक के बाद एक बड़ा बदलाव यह आया है कि बिहार में जाति जनगणना पूरी हो गई है। पहले हाई कोर्ट ने इस पर लगाई गई रोक हटा दी और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। अदालत के आदेश के बाद गणना का दूसरा चरण पूरा हो गया। इसका एडवांटेज नीतीश कुमार को मिलेगा। वे अन्य पिछड़ी जातियों के चैंपियन के तौर पर उभरे हैं। इस समय उनको ‘इंडिया’ का संयोजक बनाने का फायदा गठबंधन को हर राज्य में मिलेगा। वे संयोजक के तौर पर अपने राज्य में जाति के आंकड़े जारी करेंगे और आरक्षण बढ़ाने का ऐलान करें। यह अगले चुनाव के लिहाज से गेमचेंजर हो सकता है।
लेकिन सवाल है कि क्या मुंबई बैठक में नीतीश के नाम का ऐलान हो जाएगा या इसे फिर अगली बैठक के लिए टाल दिया जाएगा? नीतीश की पार्टी के कई नेता इस बात को लेकर आशंकित हैं कि घोषणा टल सकती है। उनको ऐसा इसलिए लग रहा है कि क्योंकि कांग्रेस की ओर से कहा जा रहा है कि मुंबई की बैठक में समन्वय समिति के सदस्यों के नाम तय हों। इसके अलावा कांग्रेस एक अध्यक्ष और एक संयोजक बनाए जाने की बात भी कर रही है। कई नेता सोनिया गांधी को ‘इंडिया’ गठबंधन का अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव रखे हुए हैं। अगर इस बारे में सहमति नहीं बनती है तो घोषणा अगली मीटिंग के लिए टल सकती है। बिहार में लालू प्रसाद ने एक से ज्यादा संयोजक बनाए जाने की बात कहके अलग कंफ्यूजन बनाया हुआ है।