राजधानी दिल्ली में कांग्रेस के तीन में से दो उम्मीदवारों के खिलाफ पार्टी के अंदर और बाहर दोनों तरफ बगावत चल रही है। उत्तर पूर्वी दिल्ली में कन्हैया कुमार और उत्तर पश्चिमी दिल्ली में उदित राज के खिलाफ नाराजगी दिख रही है। इसका कारण यह है कि कांग्रेस ने इन दोनों क्षेत्रों में दो स्थानीय और पुराने कांग्रेस नेताओं को संकेत दिया था कि वे चुनाव लड़ सकते हैं। माना जा रहा था कि उत्तर पूर्वी दिल्ली से संदीप दीक्षित लड़ेंगे और उत्तर पश्चिमी दिल्ली से राजकुमार चौहान को टिकट मिलेगी। गौरतलब है कि पिछली बार उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से शीला दीक्षित चुनाव लड़ीं थीं और उनको चार लाख से ज्यादा वोट मिले थे। राजकुमार चौहान लंबे समय तक शीला दीक्षित की सरकार का दलित चेहरा थे और उनकी सरकार में मंत्री भी थे।
संदीप दीक्षित और राजकुमार चौहान के नाम की चर्चा चल रही थी और उसी बीच कन्हैया कुमार और उदित राज पैराशूट से लैंड हो गए। कन्हैया के लिए राहुल गांधी ने वीटो किया तो उदित राज के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे ने दम लगाया। कन्हैया बिहार के रहने वाले हैं और सीपीआई से कांग्रेस में आए हैं और उदित राज उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और भाजपा से कांग्रेस में आए हैं। इनको कांग्रेस के संगठन का समर्थन नहीं मिल रहा है। उदित राज के खिलाफ पार्टी के नेताओं ने प्रदर्शन किया, जिसके लिए राजकुमार चौहान को नोटिस भेजा गया है। पिछली बार कांग्रेस की टिकट पर राजेश लिलोठिया चुनाव लड़े थे। वे भी निष्क्रिय हो गए हैं। इन दोनों के साथ एक समस्या यह भी है कि आम आदमी पार्टी के नेता भी पूरी तरह से सहयोग नहीं कर रहे हैं। वे सारी शक्ति अपने कोटे की चार सीटों में लगा रहे हैं। सो, अगर कांग्रेस संगठन पूरी तरह से एकजुट नहीं हुआ तो इन दोनों के लिए मुश्किल होगी।