वैसे को विपक्षी गठबंधन ने भी शनिवार की बैठक के बाद कहा था कि जीतने के बाद वे तीन दिन के भीतर प्रधानमंत्री तय कर लेंगे और सरकार बनाने में दिक्कत नहीं होगी। लेकिन अगर भाजपा जीतती है, जैसी की भविष्यवाणी एक्जिट पोल में दिखी है तो और भी जल्दी सरकार का गठन होगा। इसका कारण यह है कि दो बड़े अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन होने वाले हैं। जी-7 का सम्मेलन इटली में होने वाला है और स्विट्जरलैंड में एक सम्मेलन होने वाला है, जिसमें रूस और यूक्रेन युद्ध खत्म कराने के उपायों पर चर्चा होने वाली है। इसे लेकर खबर आई है कि चीन कई देशों पर इस सम्मेलन में नहीं शामिल होने का दबाव डाल रहा है।
बहरहाल, चुनाव प्रचार के दौरान ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार कहा कि उनको अभी से अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों का निमंत्रण आने लगा है। हालांकि यह निमंत्रण भारत के प्रधानमंत्री को आता है लेकिन इसे उन्होंने ऐसे प्रचारित किया, जैसे उनको निजी तौर पर न्योता मिल रहा हो। तभी माना जा रहा है कि वे जी-7 के सम्मेलन में जाएंगे। यह सम्मेलन 13 से 15 जून तक इटली में होना है। इसके तुरंत बाद 15 और 16 जून को स्विट्जरलैंड में बैठक होगी। तभी माना जा रहा है कि अगर भाजपा जीतती है तो हर हाल में 10 या 11 जनवरी तक सरकार का गठन हो जाएगा और 12 जून को मोदी इटली के दौरे पर रवाना होंगे।