विपक्षी पार्टियों के गठबंधन ‘इंडिया’ ने अभी तय नहीं किया है कि अगली बैठक कब होगी। मुंबई की बैठक के बाद खबर आई थी कि अगली बैठक दिल्ली में होगी लेकिन बैठक कब होगी इस बारे में कोई खबर नहीं है। 13 सितंबर को शरद पवार के घर पर हुई समन्वय समिति की बैठक में इस बारे में चर्चा होने की कोई खबर नहीं है। उस बैठक में सीट बंटवारे को लेकर चर्चा हुई लेकिन बताया जा रहा है कि वह काम भी अभी रूका रहेगा क्योंकि कांग्रेस पार्टी अभी सीट बंटवारे पर बातचीत के लिए तैयार नहीं है। असल में कांग्रेस के नेता मान रहे हैं कि देर करने से उनको बेहतर डील मिलेगी। दूसरी ओर प्रादेशिक पार्टियां जल्दी से जल्दी सीट बंटवारा तय करना चाहती हैं। शरद पवार के घर पर सीट बंटवारे के जिस फॉर्मूले पर चर्चा हुई थी वह किसी को मंजूर नहीं है। दूसरी ओर भाजपा के साथ जुड़ रही पार्टियों के साथ पहले ही सीट का फॉर्मूला तय हो जा रहा है।
बहरहाल, कांग्रेस के नेता अब चुनाव में लग गए हैं। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की घोषणा अब किसी भी समय हो सकती है। चुनाव आयोग की टीम राज्यों का दौरा कर रही है और चुनाव अभियान शुरू हो गया है। कांग्रेस को उम्मीद है कि वह राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम पांचों राज्यों में अच्छा प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस चार राज्यों में सरकार बनाने की उम्मीद कर रही है। हालांकि ऐसा सोचना जल्दबाजी है क्योंकि एकाध राज्यों को छोड़ कर बाकी जगह मुकाबला कांटे का है। फिर भी कांग्रेस जीत की उम्मीद की वजह से सीट बंटवारा टाल रही है। उसके नेताओं को लग रहा है कि राज्यों में जीतने के बाद कांग्रेस बेहतर मोलभाव की स्थिति में होगी। अभी सीट बंटवारे के लिए ममता बनर्जी सबसे ज्यादा दबाव बना रही हैं लेकिन कांग्रेस को पता है कि उनके साथ तालमेल होना नहीं है इसलिए वह परवाह नहीं कर रही है। हां, शरद पवार और उद्धव ठाकरे की चिंता कांग्रेस को है। लेकिन उसमें भी महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि पवार परिवार के झगड़े का अंतिम नतीजा सामने आए उसके बाद सीट बंटवारे की बात करें।