अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा के दौरान एक दिलचस्प सवाल हर जगह सुनने को मिल रहा है कि चुनाव से पहले क्या विपक्ष के कुछ नेता गिरफ्तार होंगे? इसे लेकर दोनों तरह की राय है। कुछ लोग मानते हैं कि इस समय किसी नेता को गिरफ्तार किया गया तो उसके प्रति सहानुभूति होगी, जिसका नुकसान भाजपा को हो सकता है। दूसरा पक्ष यह मानता है कि जी-20 सम्मेलन के बाद कार्रवाई तेजी होगी और कई नेताओं पर गाज गिरेगी। इससे उनकी पार्टियां चुनाव से पहले बिखरेंगी और मजबूती से चुनाव लड़ने लायक नहीं रह जाएंगी। इसका फायदा भाजपा को होगा।
बहरहाल, इन दोनों तरह के अनुमानों के बीच सवाल है कि कौन कौन ऐसे नेता हैं, जिनके ऊपर चुनाव से पहले गाज गिर सकती है? फिलहाल चार नाम मुख्य रूप से लिए जा रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी। इनके अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता के नाम की भी चर्चा थी लेकिन ऐसा लग रहा है कि वहां कांग्रेस को रोकने के लिए भाजपा चंद्रशेखर राव की पार्टी भारत राष्ट्र समिति को अभी निशाना नहीं बना रही है। इसी तरह महाराष्ट्र में अजित पवार निशाने पर थे लेकिन वे पहले ही भाजपा के साथ चले गए।
सबसे पहले अरविंद केजरीवाल की बात करें तो कुछ दिन पहले तक ऐसा लग रहा था कि शराब घोटाले की जांच अब थम गई है या उसमें कोई कार्रवाई नहीं होगी। लेकिन सीबीआई ने जिस तरह से तेजी दिखाई है और उसकी शिकायत पर ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर स्तर के अधिकारी के ऊपर कार्रवाई हुई है उससे लगता है कि जल्दी ही इसमें कुछ और हो सकता है। ईडी के एक अधिकारी एक कर्मचारी के अलावा फाइव स्टार होटल क्लैरिजेज के सीईओ और दूसरे कई कारोबारियों के ऊपर छापे पड़े हैं और कार्रवाई तेज हुई है। सो, इस मामले की आंच मुख्यमंत्री केजरीवाल तक पहुंच सकती है।
ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने खुद यह खतरा जाहिर किया है कि उनको गिरफ्तार किया जा सकता है। उनके ऊपर शिक्षक भर्ती घोटाले में शिकंजा कस रहा है। उनकी पत्नी के ऊपर कोयला तस्करी के मामले में आरोप हैं। इसी तरह तेजस्वी यादव भी पहले यह खतरा जाहिर कर चुके हैं कि उनको केंद्रीय एजेंसियां गिरफ्तार कर सकती हैं। जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के मामले में उनका नाम है। उधर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी बार बार समन जारी कर रही है लेकिन वे जा नहीं हैं। उन्होंने राहत के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील की है। लेकिन उनके खिलाफ एक मामला नहीं है। अवैध खनन से लेकर अवैध तरीके से जमीन खरीद और शराब तीनों के मामले हैं, जिनमें उनके अनेक करीबी लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव, पंकज मिश्रा, अमित अग्रवाल, विष्णु अग्रवाल जैसे लोग गिरफ्तार हुए हैं और बताया जा रहा है कि उनसे पूछताछ में बहुत सी बातों की जानकारी मिली है। हेमंत सरकार में अहम पदों पर रहे दो आईएएस अधिकारी- पूजा सिंघल और छवि रंजन भी जेल में हैं। सो, मुख्यमंत्री के ऊपर शिकंजा कस गया है।