तमिलनाडु का चुनाव पिछले करीब साढ़े चार दशक से दो ध्रुवीय रहा है। डीएमके और अन्ना डीएमके में मुकाबला होता है और कांग्रेस व भाजपा के साथ साथ अन्य प्रादेशिक पार्टियां इनमें से किसी गठबंधन के साथ होती हैं। एकाध बार तीसरा मोर्चा बनाने का प्रयास हुआ लेकिन मोर्चा चुनाव में कामयाब नहीं हो सका। अब फिर ऐसा प्रयास हो रहा है। इस बार भारतीय जनता पार्टी प्रयास करती दिख रही है। जानकार सूत्रों के मुताबिक अगर अन्ना डीएमके और भाजपा के बीच संबंध ठीक नहीं होते हैं और चुनाव से पहले दोनों में तालमेल नहीं होता है तो भाजपा एक तीसरा मोर्चा बनाएगी।
बताया जा रहा है कि इसमें अन्ना डीएमके से अलग हुए ओ पनीरसेल्वम खेमा शामिल हो सकता है। उनके अलावा टीटीवी दिनाकरण की पार्टी भी इसमें शामिल हो सकती है। गौरतलब है कि जयललिता की करीबी सहयोगी रही वीके शशिकला के भतीजे दिनाकरण ने अन्ना डीएम पर कब्जा करने का प्रयास विफल होने के बाद अलग पार्टी बनाई थी। बताया जा रहा है कि भाजपा के लिए परदे के पीछे काम करने वाले कई तमिल लोग शशिकला के सम्पर्क में हैं। वे तीसरा मोर्चा बनाने में मदद कर रहे हैं। सो, डीएमके-कांग्रेस और अन्ना डीएमके से मुकाबले के लिए एक तीसरा मोर्चा बन सकता है, जिसमें कम से कम तीन पार्टियां रहेंगी। कुछ और प्रादेशिक पार्टियां इस मोर्चे में शामिल हो सकती हैं।