असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा कांग्रेस में सिर्फ राहुल गांधी को निशाना बनाते थे। ऐसा लगता था कि वे राहुल से नीचे के कांग्रेस नेताओं को हमला करने लायक नहीं मानते थे। दूसरे, वे तमाम राष्ट्रीय मुद्दों पर बोलते थे। पहली बार ऐसा हुआ है कि प्रदेश कांग्रेस के नेता और लोकसभा सांसद गौरव गोगोई ने उनको चुनौती दी है। एक के बाद एक मामलों में हिमंत उनसे उलझते गए और फंसते गए। हालांकि अब भी उनकी ओर से जवाब दिया जा रहा है लेकिन इस समय गौरव गोगोई फ्रंटफुट पर खेल रहे हैं और लगातार आक्रामक होकर हमले कर रहे हैं। ध्यान रहे हिमंत सरमा लंबे समय तक गौरव गोगोई की पिता दिवंगत तरुण गोगोई की सरकार में मंत्री रहे थे। दोनों में नजदीकी रही थी इसलिए दोनों एक दूसरे के बारे में बहुत कुछ जानते हैं और एक दूसरे के परिवार को भी जानते हैं।
असल में हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी रिंकी भुइयां सरमा को लेकर कांग्रेस ने बड़े आरोप लगाए हैं। कांग्रेस ने जमीन खरीदने, उसका इस्तेमाल बदले जाने और केंद्र सरकार की योजना के तहत 10 करोड़ रुपए लेने के मामले में उनकी पत्नी का नाम शामिल किया है। कांग्रेस की ओर से गौरव गोगोई इस मामले को लीड कर रहे हैं। इस पर जवाब देने की बजाय हिमंत सरमा ने गौरव के ऊपर उनके पिता तरूण गोगोई की बीमारी और उनको दिल्ली नहीं ले जाने का आरोप लगा दिया। जवाब में गौरव गोगोई ने सारे तथ्य रखे। सो, एक साथ राजनीतिक और निजी दोनों मोर्चे पर दोनों के बीच जुबानी जंग चल रही है। सोशल मीडिया में इस जंग में गोगोई मजबूत होकर उभरे हैं। उनके नाम की अचानक काफी चर्चा होने लगी है।